ईमेल में CC और BCC का इस्तेमाल क्या है? जानिए
Cc और Bcc में फर्क ? जब आप Cc करते है तो Cc की लिस्ट भी ईमेल रिसीव करने वाले लोगों को पता चल जाता है. लेकिन Bcc करने से ईमेल लिस्ट गुप्त रहती है और किसी को भी नहीं पता चलता कि किस-किस को ईमेल की कॉपी भेजी गई है. एक और फर्क है, Cc में लिस्ट को रिप्लाई का भी पता चलता रहता है लेकिन Bcc लिस्ट में reply छिप जाता है.
CC करने से उन लोगों को भी पता चल जाएगा की Mail किन-किन लोगों को Send किया गया है। और उन सभी के ईमेल एड्रेस भी एक-दूसरे को दिख जाएँगे। आपको एक उदाहरण द्वारा समझाते है : यदि आप अपने 2 दोस्तों को एक ही ईमेल भेजना चाहते है तो आप अपने पहले दोस्त का ईमेल एड्रेस To में डालकर दूसरे दोस्त का ईमेल एड्रेस CC में रख सकते है।
इससे आप जो भी ईमेल अपने पहले दोस्त को भेज रहे है वही ईमेल आपके दूसरे दोस्त को भी चला जाएगा। CC करने से उन दोनों के ईमेल पर दोनों को एक-दूसरे के ईमेल एड्रेस भी दिख जाएँगे।
CC Full Form In Mail
Carbon Copy
BCC, To और CC से बहुत अलग होता है। अगर आप 3 लोगों को ईमेल भेज रहे है और BCC का इस्तेमाल कर रहे है आपने पहले व्यक्ति को To में रखा है, दूसरे व्यक्ति को CC में रखा है और तीसरे व्यक्ति को BCC में रखा है तो “To और CC” एक-दूसरे की ईमेल आई-डी देख सकते है। लेकिन BCC में किसे रखा गया है यह To और CC नहीं देख सकते है।
BCC में किसे ईमेल भेजी गई है यह सिर्फ ईमेल भेजने वाले व्यक्ति को ही पता रहता है। लेकिन BCC में जिस व्यक्ति को रखा गया है वह To और CC में रखे गये व्यक्ति की ईमेल आईडी देख सकता है
BCC Full Form In Mail
Blind Carbon Copy