कुआँ गोल ही क्यों खोदा जाता है? जानिए

इसका असली कारण है मेहराब या Arch की भारवहन करने की क्षमता। आपने देखा होगा की पुराने भवनों में RCC के आविष्कार के पहले मेहराबदार दरवाजे और गुम्बद रखे जाते थे जिसमें लोड उपरी हिस्से से समान रूप से वितरित हो कर आसपास के खम्बों पर आ जाता था और मेहराब के अन्दर किसी प्रकार का रीएन्फोर्समेंट नहीं होता था।

कुऐ के अन्दर की दीवार एक आर्क (मेहराब) की तरह काम करती है और दीवार पर पढ़ने वाला मिट्टी का लोड आसपास समान रूप से वितरित हो जाता है। और नीचे पानी का भार भी एक समान वितरित होता है और दीवार ढहती नहीं है।

इसलिए गोलाकार कुऐ की दीवार को पतला और एकसमान रख सकते हैं इसके विपरित बावड़ी अकसर आयताकार होती है और वाबड़ी का आकार जैसे जैसै नीचे उतरते हैं कम होता जाता है क्योंकि गहराई के साथ दीवार पर लोड बढ़ता जाता है।

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