कुछ लोग भारतीय शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद को ‘ओवररेटेड’ क्यों मानते हैं? जानिए
पाँच बार के विश्व चैम्पियन को यदि आप ओवररेटेड मानते हैं तो ये आनंद का अपमान है और आपने उनके गेम देखे ही नहीं।
आज तक दो तीन खिलाड़ी ही उनको टक्कर दे पाए हैं बाक़ी को आनंद कभी भी हरा देते हैं आज ५० साल से ऊपर की उम्र में भी आनंद का ख़ौफ़ रहता है विरोधी खिलाड़ी के मन में यहाँ तक कि कार्लसन भी इतना आसानी से नहीं जीत पाते हैं आनंद के सामने।
आनंद ने कई मौक़ों पर कास्परोव को हराया था वो तब जब कासपरोव अपने चरम पर थे और सुपर कम्प्यूटर को भी मैच हरा चुके थे।
मैं चैस का विशेषज्ञ नहीं हूँ पर जितना जानता हूँ चैस के बारे में मुझे कहीं नहीं लगा कि आनंद ओवररेटेड खिलाड़ी हैं