क्या एसी के साथ पंखा चलाना चाहिए? जानिए

एसी के साथ पंखा चलाना है या नहीं इसके दो पक्ष हैं।

अगर पंखा चलता है तो बिजली का बिल कम आता है।

जी हां !

यह सच है अगर बिना पंखे की एसी चलता है ,तो आप उस पर लोएस्ट टेंपरेचर सेट करते हैं जैसे कि 18 से 22 के बीच, जबकि पंखे के साथ आप इसी को 24–28 डिग्री टेंपरेचर पर भी आराम से चला सकते हैं।इससे बिजली की बचत होती है और कंप्रेशर पर लोड ज्यादा नहीं पड़ता।कंप्रेसर पर लोड पड़ना ही बिजली का बिल ज़्यादा आने का कारण होता है!

पंखा ना चलने की स्थिति में ,ऑटो कट से आपको कूलिंग की कमी महसूस होगी ।

अगर आप टाइमर लगा कर सोते हैं, जैसे दो-तीन घंटों का तो जब एसी बंद होगा तो आपको ऐसी बंद होने के बाद कमरे में घुटन महसूस होगी। लेकिन अगर साथ में पंखा चल रहा है तो आपकी नींद में कोई खलल नहीं पड़ता ना ही काफी देर तक आपको कोई घुटन महसूस होती है।

बड़े रूम में अगर हमारा सीटिंग एरिया या बेड एसी से थोड़ा दूर है तो आपको उतनी ठंडक नहीं मिल सकती। लेकिन आप का चलता हुआ पंखा उस ठंडक को ,आप तक आसानी से पहुंचाता है !

अब इसी के साथ पंखा चलाने का दूसरा पक्ष ;

कुछ सावधानियां, जो आपको ध्यान में रखनी होती है!

एसी चलाने से जो कूल एयर निकलती है,पंखा उसको सर्कुलेट करेगा , पर साथ ही अगर आपके कमरे जो डस्ट है ,वह भी घूमती है !

एसी उसी एयर को खींचता है, जिससे उसके फिल्टर( जाली), जल्दी गंदी हो जाती है। सो अगर एसी के साथ पंखा चल रहा है तो ध्यान दें कि कमरे में ज़्यादा धूल मिट्टी ना हो, और खिड़की दरवाजे बंद हों

अगर अगर आपका घर या दफ्तर ऐसी जगह है, जहां मिट्टी से बचा नहीं जा सकता तो हर हफ्ते में इसके फिल्टर्स की सफाई ज़रूर करें ! यह बहुत आसान है! 90% मामलों में एसी की कूलिंग इसलिए भी कम आती है, क्योंकि उसके फिल्टर साफ नहीं किए जाते ।एसी पर लोड भी ज़्यादा पड़ता है और बिल भी ज्यादा आता है!

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