क्या यह सच है कि बहुत सारे हिंदू इस बदलते दौर में साईं भक्ति करना छोड़ रहे हैं? जानिए
हाँ यह सत्य है सांई एक मुसलमान था ओर उसे कसाई बाबा भी कहते थे। ओर वह एक पिणडारी डाकु मुसलमान का मुसलमान पिणडारी डाकु बेटा था । वह कोई सन्त फकीर नही था।
जब हिन्दु समाज ने बाबरी मस्जिद अयोध्या मे तोड़ी थी तब उस मुसलमान सांई /कसाई पिण्डारी डाकु की कब्र को मुसलमान समुदाय ने हिन्दु समाज ओर हिन्दु धर्म के लोगो को बेवकुफ बना कर हिन्दु समाज के लोगो का धन ठगने के लिए उसकी कब्र पर मन्दिर का चोतरा/गुम्बद बना कर यह धन ठगा बजी का खेल आरम्भ किया। यह साईं / कसाई 1857 के बाद का है एक पिण्डी मुसलमान डाकु जिसे अंग्रेजो ने जेल मे भी रखा था ।
इस सांई बाबा ट्रस्ट ने अयोध्या के राम मन्दिर निर्माण के लिए कोई धन पैसा दान नही दिया यह मुसलमान लोगो का हिन्दु समाज का धन ऐठने/ठगने का पाखण्ड है ठगा बजी का। यही सांई का सत्य है।