क्या MI note10 में लगे, 108 मेगापिक्सल के कैमरा की वास्तव में हमें जरूरत है?
जी बिल्कुल नही, ऐसा इसलिए कि किसी इमेज को क्लिक करते समय उसकी क्वालिटी के लिए सेंसर की गुणवत्ता उसके बाद इमेज प्रोसेसिंग तकनीक मायने रखती है, मेगापिक्सेल का रोल बाद में आता है, जितना बढ़िया सेंसर की क्वालिटी और इमेज की प्रोसेसिंग होगी उतना बढ़िया फ़ोटो आपको आउटपुट में फ़ोटो देखने को मिलेगी, मेगापिक्सेल बेसिकली उस फ़ोटो के साइज को बताता है, अधिक मेगापिक्सेल मतलब अधिक बड़े साइज की इमेज और अधिक स्टोरेज घेरने वाली फ़ाइल
MI Note10 में लगा हुआ 108 मेगापिक्सेल का कैमरा वास्तव में 27मेगापिक्सेल का सेंसर है जो samsung की तरफ से आता है और यह फोटो को खींचने के बाद पिक्सेल बाइनिंग की मदद से 108मेगापिक्सेल की कर देता है।
पिक्सेल बाइनिंग क्या होता है[1]- कोई भी फ़ोटो कई पिक्सेल से मिलकर बनी होती है और यह पिक्सेल एक वर्गाकार व्यवस्था में लगे होते है और हर एक पिक्सेल का एक कलर होता है जिसकी मदद से पूरी तस्वीर बनती है, पिक्सेल बाइनिंग में एक कलर के एक पिक्सेल की जगह चार पिक्सेल हो जाते है,
और ऐसा सभी सिंगल पिक्सेल के साथ किया जाता है इससे इमेज का साइज चार गुना, आठ गुना या सोलह गुना तक बढ़ाया जाता है, यहां पर आप देख सकते है- 27 मेगापिक्सेल×4=108 मेगापिक्सेल.