क्रिकेट से कुछ जीवन सबक क्या सीखे जाते हैं? जानिए
क्रिकेट खेलने वाली दोनों टीमों में जो फील्डिंग करते हैं वह हमलावर टीम होती है।
क्रिकेट खेलने वाली दोनों टीमों में जो बल्लेबाजी करती है वह सुरक्षात्मक टीम होती है।
यह खेल चूँहे और बिल्ली का खेल इस वजह से होता है कि हमलावर टीम इन खिलाड़ियों को जल्दी से जल्दी पवेलियन में भेजना चाहती है।
जबकि सुरक्षात्मक टीम हमलावरों द्वारा बनाए गए किले को ढहाकर उन्हें “छकाना” चाहती है।
ये जो धूँआधार बल्ले बाज, इतना जबरदस्त खेल खेलते हैं और अपनी शोहरत पल्लवित करते हैं :
इनकी सबसे बड़ी काबलियत यह होती है, कि उस समय क्रिकेट के पिच पर, जब भयंकर हूटिंग चलती है और इन्हें अपनी इज्जत और रूतबा भी ध्यान रखना है : एक सैकैंड के हजारवे हिस्से में इन्हें देखना है कि पिच की सुरक्षा कहाँ कमजोर है। इन्हें अपनी ऊपर आती हुई बाल को उधर ही घुमाना है।
नेपोलियन के नेतृत्व में फ्रांसिस नौसेना को इंग्लैंड की तरफ से लड़ते हुए लार्ड नेल्सन ने ऐसी धूल चटाई थी कि उस लड़ाई में आखरी बार यह तय हुआ था ब्रिटिश नौसेना का कोई दूसरा मुकाबला नही है।