चाणक्य और चन्द्रगुप्त मौर्य प्रथम बार कैसे मिले थे? और किस कारण से उनकी भेंट हुई थी? जानिए
जब चन्द्र 10 साल के थे तब इनकी मुलाकात चाणक्य से हुई। मां की मौत के बाद चाणक्य ने ही इनका पालन पोषण किया । दरअसल, चाणक्य नंद वंश का विनाश करना चाहते थे लेकिन उनके पास बुद्धि तो थी लेकिन एक पराक्रमी युद्धा की तलाश थी जो कि चन्द्रगुप्त मौर्य ने दिखाई दी ।
वहीं दूसरी तरफ चन्द्रगुप्त मौर्य को भी एक बुद्धिमान गुरु की तलाश थी जो उन्हे समय समय पर उचित मारगदर्शन दे सके। ऐसे में दोनों को ही एक दूसरे को तलाश थी दोनों ने ही नंद वंश के विनाश का बेड़ा उठाया था बता दे की दोनों ने मिलकर सेना तैयार करने के साथ ही मगध प्र आक्रमण कर दिया था, लेकिन इस युद्ध में उन्हें असफलता जी मिली, जिसकी वजह से दोनों ही वहां से भाग निकले।