चीन और जापान फ्रांस और जर्मनी की तरह हाथ क्यों नहीं मिलाते हैं ? जानिए
उस का कारण है इन का इतिहास । जापान ने इतिहास में चीन को इतनी बुरी तरह मारा है चीनियों का इस हद तक शोषण कीया है लाखो की संख्या में चीनी औरतों का बलात्कार कीया है जीस की वजह से इन दोनों के रिश्ते आज भी कड़वे है।
चीन में एक जगह है नेनकिंग जापान ने यहाँ इतना बड़ा नरसंहार कीया था कि चीनियों की आत्मा कांप गई थी।
मतलब ये समझिए की जापानी लोगो ने जब नेनकिंग में चीनियों को मारना सुरु कीया तो इंसान नही हैवान बनकर मारे। इतनी बुरी तरह और भयंकर तरीके से इन्हें मारा की चीन की उस वक्त की जो सेना थी वो अपने नागरिकों को छोड़ अपनी जान बचाकर भागी थी। फिर तो जापानियों ने इन्हें इतना मारा की हजारो से देखते देखते लाखो की संख्या में मार दिया।
महिलाओं का बलात्कार को तो इन्होंने खेल बना दिया था तभी तो मैं कह रहा हु इंसान नही हैवान बनकर आए थे और बहुत बुरा मारा था,, ये महिलाओं का सिर्फ बलात्कार नही करते थे । मतलब ऐसा ऐसा करते थे कि इधर लीखना सम्भव नही। खेलते थे मजाक उड़ाते थे। नेनकिंग में तो इन्होंने लोगो को मार कर जमीन में गाड़ दिया कितनो को तो जींदा ही गाड़ दिया। कितनो को घायल अवस्था मे जमीन में दफ़न कर दिया। इतना क्रूर तरीके से मारा था। यूनानियों और रोमन की सजा तो कुछ नही जो सजा इन्होंने चीनियों को दी। इंसान को जींदा ही काट देते थे। कील ठोकर मारते थे। महिलाओं का तो वो हाल कीया की एक बन्दा बलात्कार करता था फिर दूसरा आ जाता था जापानी लोग लाइन लगाकर खड़े रहते थे कि अब मेरा नम्बर आएगा बलात्कार करने का ,, इतने बड़े हैवान थे।
चीनी लोग आज भी अपने उस काले इतिहास को नही भूले है जो जापान ने इन के साथ कीया था। इसलिए यह कभी हाथ नही मीलाते । वैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर हाथ तो मीलते है लेकिन दिल मीलने से रहे।