चौराहों पर बनी घोड़ों की मूर्तियां का क्या अर्थ होता है? जानिए
जी हाँ इन घोड़ों के अगले दो या एक पैर के हवा में विभिन्न मुद्राओं में उठे होने के अलग अलग अर्थ होते हैं। यह सवाल कोरा पर भी पहले कभी पढ़ा था।
मूर्ति में जब घोड़े के अगले दो पैर हवा में उठे होते हैं तो इसका अर्थ है कि घुड़सवार युद्ध लड़ते लड़ते वीरगति को प्राप्त हुआ।जैसा कि ग्वालियर में अंग्रेजों के विरुद्ध युद्ध में प्राण उत्सर्ग करने वाली झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई की इस मूर्ति से स्पष्ट होगा।
इसी प्रकार घोड़े के अगले पैरों की विभिन्न मुद्राओं के भावार्थ के लिए आप कृपया यह लिंक देख सकते हैं पंजाब केसरी की।