जब मरीज अपनी ज़िन्दगी के लिए ज़रूरी सर्जरी के लिए भुगतान नहीं कर पाता है, तो डॉक्टर क्या करते हैं? क्या सर्जन रोगी को मरने देते है, या अपने खर्च पर सर्जरी करतें हैं? जानिए
एक बार, जब मैं 36 घंटे की शिफ्ट में अपनी निवासीय ट्रेनिंग के दौरान इमरजेंसी डिपार्टमेंट में ड्यूटी पर था, मैंने कुछ देखा। कुछ अजीब, कुछ ऐसा जो सामान्य नहीं था।
यह एक बच्चा था, लगभग 10 साल की उम्र का। मैंने देखा कि वह दिन भर इमरजेंसी डिपार्टमेंट के इर्द-गिर्द घूम रहा था। और ऐसे ही आधी रात हो गई। मेरे पास उस रात की घटनाओं को प्रतिबिंबित करने का समय था। वही बच्चा बाहर खड़ा हुआ था। इसलिए, मैंने यह पता लगाने का फैसला किया कि उस लड़के के साथ क्या हो रहा है, क्यों वह इमरजेंसी रूम में अकेले ही दिन भर घूम रहा था?
इसलिए जब मैंने उससे संपर्क किया और उससे पूछा कि क्या मैं उसकी कोई मदद कर सकता हूं तो मैंने देखा कि वह हकीकत में परेशान था। उसके बाद उसने मेरे सवालों से बचने की कोशिश की पर मैंने यह पता लगाने पर बल दिया कि उसके साथ चल क्या रहा है, उसने कहाँ की क्या हम एक निजी जगह पर बात कर सकते हैं।
मैं उसे एक कार्यालय में ले गया और उसने अपनी शर्ट उतारी और मुझे अपनी छाती पर एक निशान दिखाया जो जाहिर तौर पर पिछली हार्ट सर्जरी की वजह से हुआ था।
उसने इस बात को कुबूला कि वह उस डॉक्टर की तलाश कर रहा था जिसने उस पर वो सर्जरी की थी जब वह एक शिशु था। और उसने पूछा कि उन्हें कहां ढूंढ़ना है।
ज़ाहिर है कि मुझे उस बच्चे की सर्जरी करने वाले सर्जन का पता था। लेकिन मैंने यह जानने के लिए जोर दिया कि वह दिन भर इमरजेंसी रूम में उस सर्जन की तलाश में क्यों बैठा रहा।
फिर मुझे पता चला कि उस सवाल में छुपे सर्जन ने ना सिर्फ उस बच्चे का मुफ्त में इलाज किया था, बल्कि उसकी सर्जरी की सभी लागतों का भुगतान भी किया था (क्योंकि उसके पास किसी भी प्रकार का बीमा नहीं था) और इसके अलावा सर्जरी के बाद हर दो महीने में उसने उसके घर का दौरा भी किया। उसके परिवार का किराया चुकाया, उन्हें भोजन और कपड़े दिलवाएं (ध्यान दें इस बात को बरसो हो गए थे)।
लेकिन पिछले डेढ़ साल से सर्जन उन बच्चों के घर में नहीं दिखा, और उसकी माँ के पास किराया देने के लिए भी पैसे नहीं थे। जिस कारण वह उसकी तलाश कर रहा था।
अफसोस की बात है कि बच्चे को नहीं पता था कि डेढ़ साल पहले उस सर्जन की मृत्यु हो गई थी, और जब मैंने उसे बताया तो वह रोने लगा।
उस दिन के बाद मैंने अपने कुछ कार्डियक सर्जरी करने वाले दोस्तों को उस घटना के बारे में बताया। मुझे पता चला कि पिछले डेढ़ साल से उस कार्डियक सर्जन की मौत के बाद, बहुत से लोग नियमित रूप से यह पूछते हुए अस्पताल आए कि वह कहाँ था! क्योंकि कोई भी ज़ाहिरी तौर पर नहीं जानता था कि वह ना सिर्फ उनकी सर्जरी के लिए भुगतान (उन लोगों के लिए जो भुगतान करने में असमर्थ थे) करता था, बल्कि उसने इसे अपना मिशन भी बनाया था जिससे उन लोगों के पूरे परिवार की मदद कर सके। और उसकी पत्नी और बच्चे भी नहीं जानते थे कि उसने ऐसा किया था।