जानिए भगवान श्री राम और रावण में से शिव जी का सबसे बड़ा भक्त कौन है?

शिवभक्तोँ मेँ रावण को सर्वोच्च स्थान स्वयं शिव ने ही दिया था।

राम की प्रतिष्ठा एक शिव भक्त होने से नहीँ है। उन्होँने सेतु बन्धन के समय शिव का आवाहन किया था बस।

रावण तो शिवमय ही था। वह अहंकार युक्त शिव भक्त था (जिसे अपने शिव भक्त होने का अहंकार था) और जो शिव ताण्डव स्त्रोत आज भी लोग गाते हैँ वह महामहिम रावण द्वारा ही रचित है।

इसकी रचना रावण ने तब स्तुति रूप मेँ की थी जब उसने अहंकारवश कैलाश को उठाने का प्रयास किया था और उसके नीचे दब गया था। इस शिव ताण्डव स्तुति गायन के पश्चात ही शिव ने रावण को मुक्त किया था।

रावण को अपनी भक्ति से राम से अधिक फल प्राप्त हुआ। राम को शिव भक्ति से सेतु बन्धन व रावण पर मात्र विजय ही प्राप्त हुई वहीँ रावण को अपने साथ-२ अपने कुल के जनोँ की मुक्ति प्राप्त हुई यह भी उसके शिव भक्ति की श्रेष्ठता को ही बताता है।

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