जानिए शंकर जी के माता-पिता कौन थे?
शंकर जी के माता-पिता के विषय मे कहा जाता है –
श्री ब्रह्मा जी, श्री शंकर जी तथा श्री विष्णु जी की माता श्री दुर्गा तथा पिता श्री सदाशिव (ज्योतिनिरंजन / काल ) है ।
इसमें सबसे रोचक बात ये है कि आज अधिकतर हिन्दू समाज को इन तीनो देवो के माता-पिता के बारे में कोई जानकारी नही है। जबकि पुराणों में इनके माता-पिता का उल्लेख है।
श्री देवी महापुराण में भगवान विष्णु बोले – प्रकृति देवीको नमस्कार है। भगवती विधात्राको निरन्तर नमस्कार है। तुम शुद्धस्वरूपा हो, यह सारा संसार तुम्हींसे उद्भासित हो रहा है। मैं, ब्रह्मा और शंकर – हम सभी तुम्हारी कृपा से ही विद्यमान हैं। हमारा आविर्भाव और तिरोभाव हुआ करता है। केवल तुम्हीं नित्य हो, जगतजननी हो, प्रकृति और सनातनी देवी हो।
भगवान शंकर बोले – ‘देवी ! यदि महाभाग विष्णु तुम्हीं से प्रकट (उत्पन्न) हुए हैं तो उनके बाद उत्पन्न होने वाले ब्रह्मा भी तुम्हारे बालक हुए। फिर मैं तमोगुणी लीला करने वाला शंकर क्या तुम्हारी संतान नहीं हुआ – अर्थात् मुझे भी उत्पन्न करने वाली तुम्हीं हो। इस संसार की सृष्टी, स्थिति और संहार में तुम्हारे गुण सदा समर्थ हैं। उन्हीं तीनों गुणों से उत्पन्न हम ब्रह्मा, विष्णु एवं शंकर नियमानुसार कार्यमें तत्पर रहते हैं।