जाम्बवती का पुत्र कौन था ? जाम्बवती और कृष्ण की कहानी क्या है? जानिए

भगवान श्री कृष्ण की हजारों पत्नियों में से रुक्मणी और जाम्बवती प्रमुख पत्नी थी। इनमें जाम्बवती से भगवान श्री कृष्ण को एक पुत्र प्राप्त हुआ जिसका नाम सांब था।

भगवान श्री कृष्ण का यह पुत्र श्री कृष्ण की तरह ही सुंदर और आकर्षक तथा रसिक स्वभाव का था। इनके रुप पर दुर्योधन की पुत्री लक्ष्मणा मोहित हो गई। सांब भी लक्ष्मण के सौन्दर्य से प्रभावित होकर उनसे प्रेम करने लगे।

श्री कृष्ण के पुत्र तब किया यह काम

एक समय ऐसा आया जब लक्ष्मणा और साम्ब ने श्री कृष्ण और रूक्मिणी की तरह प्रेम विवाह करने का विचार किया। इसका कारण यह था कि कौरव लक्ष्मणा का विवाह श्री कृष्ण के पुत्र से नहीं करना चाहते थे।

इसलिए एक दिन साम्ब ने लक्ष्मणा से प्रेम विवाह कर लिया और लक्ष्मणा को अपने रथ में बैठाकर द्वारिका ले जाने लगा। जब यह बात कौरवों को पता चली तो कौरव अपनी पूरी सेना लेकर साम्ब से युद्घ करने आ पहुंचे।

बलराम ने होते तो भगवान श्री कृष्ण के इस बेटे का क्या होता?

कौरवों की सेना का साम्ब अकेला सामना नहीं कर पाया और कौरवों ने साम्ब को बंदी बना लिया। यह बात जब श्री कृष्ण और बलराम को मालूम हुआ तो बलराम हस्तिनापुर चल पड़े। बलराम ने कौरवों से कहा कि वह साम्ब को मुक्त करके और लक्ष्मणा के साथ विदा कर दें।

लेकिन कौरवों ने बलराम की बात नहीं मानी। बलराम को इससे बड़ा क्रोध हुआ और उन्होंने अपने हल का प्रहार हस्तिनापुर पर किया और पूरे हस्तिनापुर को खींचकर गंगा में डूबोने चल पड़े।

कौरवों ने बलराम का यह रौद्र रूप देखा तो भयभीत हो गए। सभी ने बलराम से माफी मांगी और सांब को लक्ष्मणा के साथ विदा कर दिया। द्वारिका में सांब और लक्ष्मणा का वैदिक रीति से विवाह संपन्न हुआ।

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