टाइफाइड क्या होता है? जानिए
टाइफाइड बुखार एक बहुत ही खतरनाक संक्रामक बीमारी है। इसमें थोड़ा थोड़ा बुखार लगातार बना रहता है। इसमें पीड़ित रोगी को 102 – 104 डिग्री फारेनहाइट बुखार हो जाता है।
टाइफाइड (typhoid), जीवाणु संक्रमण से फैलने वाला ज्वर है। यह सेलमोनेला टायफाई बैक्टीरिया के द्वारा फैलता है।
टायफाई बैक्टीरिया आपके शरीर में आपके मुंह के द्वारा प्रवेश करता है। जहां से यह आपके आंत में चला जाता है। आंत में पहुंचने के बाद यह खून (blood) में चला जाता है और खून के द्वारा ये पूरे शरीर के अलग-अलग अंगों में पहुंचकर उन्हें प्रभावित करता है।
यह बुखार होने पर व्यक्ति के आतों में सूजन आ जाती है और लीवर पूरा बैठ जाता है।
टाइफाइड ज्वर की स्थिति में अगर रोगी का शीघ्र ही इलाज नहीं कराया गया तो यह रोगी के लिए काफी घातक भी साबित हो सकता है।
इससे निमोनिया और किडनी इन्फेक्शन जैसी बीमारी भी हो सकती है।
टाइफाइड ज्वर में व्यक्ति को राहत देने के लिए दवा के साथ ही आप घरेलू उपचार को भी अपनाएं जिससे मरीज को टाइफाइड ज्वर पर काबू पाने में आसानी होगी।