नींद के बारे में कुछ दिलचस्प तथ्य क्या हैं? जानिए
लोग बोलते हैं कि हमें नींद ऐसे ही आती है ताकि हमारे दिमाग को थोड़ी सी रेस्ट मिल जाए। परंतु विज्ञान ने किसके बारे में खोज कर दो पता चला कि हमारा दिमाग कुछ टाइम के लिए तो बंद हो जाता है परंतु उसके बाद अचानक ही अपनी गतिविधि को बहुत ज्यादा तेज कर लेता है।
कोई भी व्यक्ति बिना सोए 11 दिन से ज्यादा नहीं रह सकता। अगर मुझसे ज्यादा रखें बिना सोए रहता है तो उसका दिमाग उसके बस में नहीं रहेगा हो सकता है कि वह व्यक्ति खुद से संतुलन खो बैठे या फिर पहले कि वह पागल हो जाए।
हमारे दिमाग में सोचने के लिए 2 हिस्से होते हैं एक चेतन दूसरा है अवचेतन। (चेतन दिमाग दिमाग है जो किसी की बात पर प्रतिक्रिया बहुत बारीकी से समझ समझ कर करता है। उदाहरण-जैसे कि हम अपना पेपर देते हैं, झूठ बोलने से पहले सोचते हैं कि कौन सा झूठ कहां पर बोलना है, यानी कि ऐसा समझ लो की जिस काम में खतरा काम हो जोखिम कम हो और इससे दिमाग खुद को सुरक्षित महसूस करता हूं वह का मान चेतन से करते हैं। #अबचेतन मैं पार्ट है जो किसी भी काम के लिए अपनी प्रतिक्रिया बिना कुछ सोचे समझे सेकंड के 100वे हिस्से से भी कम समय में देता है।
क्योंकि यह हिस्सा काफी शक्तिशाली होता है और अपनी शक्तिशाली क्षमता के कारण हम प्रतिक्रिया जल्दी दे देते हैं। उदाहरण- गाड़ी चलाते समय अचानक आगे कोई आ जाएं। तो हम बिना कुछ सोचे समझे गाड़ी में ब्रेक लगा देते हैं और हैंडल को उस दिशा में घुमा देते हैं जहां पर हम को कुछ आसान सा लगता है। इसी प्रकार जब चलते-चलते हमारे पैरों के नीचे कोई आ जाता है तो हम अचानक से पैर पीछे हटा लेते हैं उस चीज पर पढ़ने से पहले पहले ही। आपको कभी कभी खुद पर हैरानी भी हो जाती होगी कि यह मैंने कैसे किया और कब हुआ।)
दुनिया में एक्सीडेंट इसलिए होते हैं क्योंकि गाड़ी लगती समय ड्राइवर की आंखें कुछ समय के लिए बंद हो जाती है यानी कि उसे नींद आ जाती है। वैज्ञानिकों को आज तक यह मालूम नहीं चलाती हमारा अवचेतन दिमाग हमें खतरे से निकालने की हर संभव मदद करता है परंतु जब हमको नींद आती है तो अवचेतन मन काम करना क्यों बंद कर देता है। क्योंकि जब हम अपनी आंखें बंद करते हैं तब भी हम महसूस करते हैं कि हमें कोई देख रहा है। अवचेतन मन के बारे में आपको पिछले पॉइंट में बता दिया गया है ज्यादा जानकारी के लिए आप गूगल पर देख सकते हैं।