पितृ पक्ष में नया काम क्यों नहीं करना चाहिए?

पितृ पक्ष में कोई नया काम करने की मनाही नहीं है। यह सिर्फ हम अपनी भावना की वजह से नहीं करते, हमारे पूर्वज जो हमारे बीच नहीं हैं उनको याद कर हम इस बात के लिए दुखी होते हैं कि वो आज हमारे बीच नहीं हैं, और कोई नया काम करना मतलब खुशी मनाना ।

दुख और खुशी दोनो विरोधाभासी भावनाएँ हैं जिनको एक साथ नही मनाया जा सकता इसलिए पितृ पक्ष में हम नया काम नहीं करते।

पितृ पक्ष में नया काम शुरू करने का निषेध वेद सम्मत नहीं है यह लौकिक परंपरा मात्र है. पितरों के ऋण उतारने के वक्त नया कार्य आरंभ करने से लोग संकोच करते हैं य​ह व्यक्तिगत विचारधारा है. परिवार को खुशहाल देखकर पितर खुश होते हैं.

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