प्राचीनकाल में जब साबुन और शैम्पू नहीं था तब लोग नहाने और बाल धोने के लिए क्या इस्तेमाल करते थे? जानिए
बालों की समस्याओं के लिए हम महंगे से महंगे प्रोडक्ट्स लगाते हैं। मगर फिर भी हमें उतना फायदा नहीं मिलता जितना उनका प्रचार किया जाता है। सुंदर और हेल्दी बालों के लिए जितना नेचुरल प्रोडक्ट अच्छा माना जाता है, उतना दूसरा कोई नहीं। पुराने समय में जब लोगों के पास शैंपू और कंडीशनर नहीं हुआ करते थे, तब वह अपने बालों को धोने के लिए काली मिट्टी का प्रयोग करते थे।
ठीक मुल्तानी मिट्टी की ही तरह काली मिट्टी त्वचा और बालों के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती है। इसे चिकनी मिट्टी के नाम से भी जाना जाता है। आयुर्वेदिक उपचार में मिट्टी का प्रयोग बहुत अधिक मात्रा में किया जाता है।
अगर आपके बाल ड्राय हैं और उन्हें मुलायम बनाना है, तो काली मिट्टी आपके बड़े काम आ सकती है। इससे बाल धोने पर आपके बाल बेहद मुलायम और चमकदार हो जाएंगे। यह नहीं, यह बालों की कंडीशनिंग भी अच्छी तरह से करती है।