बाली वानर थे, पर उनकी धर्मपत्नी मनुष्य थी, ऐसा क्यों?

ये बात तो आप अगर ये कहानी पूरी पढ़ते है तभी पता चलेगा सुग्रीव को भगवान ने स्थान पर अपना प्रिय सखा माना है बाली और सुग्रीव दो भाई थे

दोनों में बहुत ज्यादा प्रेम था बाली बड़ा था और सुग्रीव छोटा था इसीलिए बाली को वानरों का राजा बनाया गया एक बार एक राक्षस रात्रि में किष्ककंधा आया

आकर बड़े जोर जोर गरजने लगा बाली उसे मारने के लिए नगर से अकेला ही निकल पड़ा

जब सुग्रीव को पता चला तो वह भाई के पीछे पीछे चला वह राक्षस एक बड़े भारी बिल में घुस गया

बाली अपने छोटे भाई को द्वार पर छोड़ कर उस राक्षस को मारने के लिए उसके पीछे गुफा में चला गया

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