भारत में मारुती सुजुकी के सफल होने का राज क्या है? जानिए

आज के समय में मारुति सज़ुकी का कार मार्केट शेयर 50% के आस पास हैं और इन गाड़ियों के प्रमुख खरीदार मध्यमवर्गीय परिवार ही हैं, और एक मध्यमवर्गीय व्यक्ति उस चीज़ को खरीदने में विश्वास रखता है जिसमे उसको बचत दिखती है। अब आते है मारुति सुज़ुकी की गाड़ियों की तरफ, मारुति की 16 गाडियां बाज़ार में मौजूद है और किसी की जेब में 10 लाख हो तो वह इनमें से कोई भी गाडी खरीद सकता हैं।

मारुति की गाड़ियों में आपको माइलेज मे बचत मिल जाएगी, स्पेर पार्ट्स मे बचत मिल जाएगी, सर्विस मे बचत मिल जाएगी और तो और कुछ समय बाद इनको बेचने जाओगे तो कीमत भी अच्छी मिल जाएगी बस नहीं मिलेगी तो सुरक्षित गाडी। आज भी भारत में लोग गाडी लेने से पहले ये सोचते है कि गाडी ध्यान से चलाएंगे तो ऐक्सिडेंट नहीं होगा और इतनी बचत देख के मारुति की गाडियां ले भी लेते हैं।

आज के समय में 10 सबसे ज़्यादा बिकने वाली गाड़ियों में मारुति की 7 गाडियां है अब आप अंदाज़ा लगा ही सकते है कि लोग अपनी सुरक्षा के लिए कितना सोचते है, मतलब फोन का डाटा सुरक्षित रहे उसके लिए 10 पासवर्ड लगा के रखते हैं पर अपनी ज़िन्दगी की इन्हे कोई परवाह ही नहीं हैं। भारत में अल्टो सबसे ज़्यादा बिकती हैं जो कि सबसे सस्ती गाडी भी हैं इससे पता चलता है कि लोगों को बस चार पहिए और 5 लोगों के बैठने को जगह चाहिए गाडी में, लोग गाडी लेने से पहले उसमे cng kit लगवाने के लिए पूछने लगते हैं क्योंकि इन्हें मोटरसाइकिल की कीमत में गाडी चलानी होती हैं।

पहले तो मारुति अपनी सस्ती गाड़ियों में एयरबैग्स भी नहीं देती थी क्योंकि उन्हें पता हैं की लोग फिर भी उनकी गाडी खरीदेंगे क्योंकि मध्यमवर्गीय आदमी को चाहिए बचत। आपको 90% cab वालो के पास आपको मारुति की गाडी ही मिलेगी या तो dzire या WagonR या Ertiga क्योंकि उन्हे जितना काम गाडी को चलाने में खर्च करना पड़ेगा उतना ही ज़्यादा उन्हे बचेगा और मारुति अपनी इन गाड़ियों में पहले से cng का मॉडल भी देती हैं। पर जैसे जैसे लोग सुरक्षा का महत्त्व समझ रहे है वैसे वैसे मारुति का मार्केट शेयर भी कम होता जा रहा हैं पिछले साल से 7% तो घट ही चुका हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *