माता पार्वती पुर्नजन्म में कौन थी? जानिए

सृष्टिकाल में मूल प्रकृति पाँच रूपोंमें प्रकट होती है । श्री कृष्ण परमात्मा के प्राणों की अधिष्ठात्री देवी “ राधा “ हैं । दूसरी प्रकृति नारायणप्रिया लक्ष्मी जी हैं । तीसरी प्रकृति वाणीकी अधिष्ठात्री देवी सरस्वती हैं , जो सदा सबके द्वारा पूजनिया हैं । चौथी प्रकृति वेदमाता सावित्री हैं , वे ब्रह्मा जी की पत्नी सबकी पूजनीया हैं ।

पाँचवी प्रकृति का नाम दुर्गा हैं , जो भगवान शंकर की पत्नी हैं । उन्हींके पुत्र गणेश हैं । माता दुर्गा ही पार्वती हैं । माता पार्वती ही शंकरजी पत्नी सती थी । जो सृष्टि के आदि में दुर्गा कहलाती हैं ।

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