यह है दुनिया कि पहली पानी के बाहर भी जिंदा रहने वाली मछली , जानिए इसके बारे में कुछ रोचक बातें

आमतौर पर यह माना जाता है कि मछलियां पानी के बाहर जीवित नहीं रह सकती, पानी से दूर करने पर
उनकी मृत्यु हो जाती है लेकिन Mudskipper fish एक ऐसी मछली होती है जो कि पानी के बाहर भी
जिंदा रह सकती है यह मछली दलदली जमीन पर रेंग रेंग कर चल सकती है यह जमीन पर आकर कीड़े
मकोड़ों को अपना भोजन बनाती है क्योंकि यह सामान्य मछलियों की प्रकृति के विपरीत है इस कारण से
इसका शरीर भी कुछ इस तरह से बना हुआ है कि यह पानी के अंदर और बाहर बराबर संतुलन बनाए
रखने में सफल रहती है

Mudskipper एक Abphibious मछली है जो पानी के साथ साथ जमीन पर रहती है यह Gobi
फैमिली से ताल्लुक रखती है असल में इनकी कुल 32 प्रजातियां हैं
Mudskipper प्रजाति की मछलियां ना केवल जमीन पर चल सकती है बल्कि पेड़ों और चट्टानों
पर भी चढ़ सकती है यह मछलियां अपने pelvic fins और pectoral fins की मदद से ऐसा कर
पाने में सक्षम होती है इनके pelvic fins वायु के suction के सिद्धांत पर काम करते हैं इन्हीं की
मदद से यह न केवल चट्टानों और पेड़ों पर चढ़ पाती है बल्कि हवा में भी 2 फुट ऊंची छलांग लगा
सकती है

ये मछलियां अपने pectoral fins की मदद से दलदली जमीन पर रेंगती है
इनके शरीर की आकृति टोरपीडो के जैसी होती है तथा इन की अधिकतम लंबाई 10 इंच तक हो
सकती है जबकि न्यूनतम 2.75 इंच होती है
Mudskipper fish जमीन पर विचरण करते समय अपनी त्वचा के ऊपर के सूक्ष्म छिद्रों से
ऑक्सीजन का शोषण करती है तथा बाहर विचरण करते समय यह अपने गलफडो मैं पानी भर
लेती है तथा उनको एकदम कस के ventromedial valve की मदद से बंद कर लेती है इससे
उसके गलफड़े थोड़े थोड़े गिले रहते हैं और वह आसानी से पानी के बाहर घूम सकती है बिना इस
प्रक्रिया के Mudskipper fish का पानी के बाहर रहना संभव नहीं हो पाता
यह मछलियां मुख्यतः हिंद महासागर अटलांटिक महासागर तथा प्रशांत महासागर के तटीय
इलाकों में पाई जाती है यह असल में मछलियां ही होती है लेकिन जमीन पर पानी से ज्यादा
एक्टिव रहती है साथ ही यही वह समय होता है जब यह वह अपने भोजन की व्यवस्था करती हैं
तथा एक दूसरे से इंटरेक्ट करती हैं
इन मछलियों की आंखें देखने में मेंढक की आंखों के समान होती है तथा यह इनके सिर के ठीक ऊपर होती है ये दोनों आंखें हैं एक दूसरे से स्वतंत्र रूप से घूम सकती है इसी कारण से ये मछलियां दोनों विपरीत दिशाओं में एक साथ एक ही समय पर देखने में सक्षम होती है।

Mudskipper fish के कानों के पीछे एक थैली नुमा संरचना होती है जिसमें ये समुद्री जल भर
कर रखती हैं जो कि वे अपनी बड़ी बड़ी आंखों को घुमाने के लिए उन को नमी प्रदान करने में
उपयोग करती हैं जब उनके गलफडो का पानी सूखने लगता है तब यह इन थैलियों की मदद से
अपनी आंखों को गिला रखती है

यह मछलियां सतह पर अपने बिल बनाती है जो कि इनको दूसरे जलीय प्राणियों से सुरक्षा प्रदान
करता है और ये अपने अंडे भी इन्हीं बिलों में रखती हैं
Male Mudskipper fish इन अंडों की रक्षा करती है जब तक कि उनमें से बच्चे नहीं निकल जाते ये
मछलियां अपने बिल में हवा के बुलबुले भी रखती हैं जो कि आपातकाल में काम आते हैं

ये मछलियां 5 साल या उससे अधिक समय तक जीवित रह सकती हैं

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