वह कौन सी रानी थी जो कुंवारी लड़कियों के खून से नहाती थी? जानिए वजह
वर्तमान वर्तमान समय में अपन जैसे इंसान कहीं एकाध मर्डर की कहानीः सुनले तो रोंगटे खड़े होजाते है लेकिन इतिहास में ऐसी कुरुर राजा और रानिया भी हुए है जिनको ऐसा करने में मजा आता था
भूतकाल में एक ऐसे भी रानी हुई है जिसे कुंवारी लड़कियों के खून से नहाने में मजा आता था और उसको इस कदर मजा आता था कि उसने इसके लिए कई लड़कियों का मर्डर करवा दिया था कुछ मडर्स उसने खुद भी किए थे वह कभी कबार तो अपने दांतो से लड़कियों को शरीर को जैसे शेर मांस को खाता है ना ऐसी कुरुर हरकतें करती थी लड़कियों का खून करना है उसके लिए जैसे एक काम बन गया था
लेकिन कहते हैं ना बुराई का अंत जरूर होता है वह इस काम के लिए लड़कियां आस-पास के गांव से मंगाती थी और रानी होने के नाते कोई इस पर शक भी नहीं करता था लेकिन जैसे-जैसे गांव की लड़कियां कम होती चली गई और महल में भी नहीं दिखने लगी तो इस बात पर शक होने लगा की आखिर लड़कियों आखिर गई कहा
ऐसा क्रूर और निर्दई कार्य करने वाली रानी का नाम था एलिजाबेथ बाथरी
यह . वो सीरियल किलर थी जो अपनी शिकार कुवांरी लड़कियों के खून से नहाती थी.
कौन थी यह एलिजाबेथ
एलिज़ाबेथ बाथरी हंगरी की रहने वाली थीं. वहां के राजघराने से तालुकात रखती थी.
एलिजाबेथ के पति का नाम फेरेंक नैड़ेस्डी था
एलिजाबेथ अपने पति के सामने भी निर्दोष लड़कियों का खून बहाने से नहीं हिचकती थी.
कुंवारी लड़कियों का खून करना उसका शौक था
. इस वहशी महिला ने सन 1585 से 1610 के बीच करीब 600 से ज्यादा कुंवारी लड़कियों का खून बहा दिया. इस कारण से दुनिया की सबसे वहशी सीरियल किलर कहा गया
एलिजाबेथ अपनी खूबसूरती को बरकरार रखना चाहती थी. कहा जाता है कि उसे किसी ने कुंवारी लड़कियों के खून से नहाने की सलाह दी थी. और एलिजाबेथ को ये तरीका पसंद आ गया. इसके लिए वो क्रूरता की हद पार करने से भी नहीं चूकी. कई बार तो ऐसा होता था कि वो लड़कियों के चेहेरे और शरीर के दूसरे अंगों का मांस दांतों से निकाल देती थी. उसे बुरी तरह प्रताड़ित कर लड़कियों के हत्या करने में मज़ा आता था. वो लड़कियों को मारने के बाद उनके खून को बाथटब में इकट्ठा कर घंटो नहाया करती थी. इस काम में उसके तीन नौकर भी उसकी मदद करते थे.
एलिजाबेथ अपने शिकार के लिए आसपास के गांव से गरीब लड़कियों को बुलाती थी. वह इतनी रसूख वाली थी कि कोई उसे मना भी नहीं कर पाता था
. महल में आने के बाद किसी का वापस लौट जाना नामुमकिन था. लडकियां एलिजाबेथ के जाल में फंस जाती थी. और उसके पागलपन का शिकार हो जाती थी.एलिजाबेथ सिर्फ गांव की गरीब लड़कियों को ही अपना शिकार बनाती थी
लेकिन जब गांव की लड़कियां खत्म होने लगी तो उसने अमीर लड़कियों को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया जिसमें से कुछ लड़कियां उसके चंगुल से भाग गई और भाग के जाने पर इन लड़कियों ने यह माजरा वहां के राजा को सुनाया जब राजा ने इस बात की तहकीकात की तो उन्हें सच्चाई का पता चल गया
और फिर उसने रानी और उसके तीन नौकर को गिरफ्तार कर लिया फिर उसके बाद नौकरों को फांसी की सजा दे दी गई लेकिन रानी शाही परिवार से थी इसके कारण उसे सजा-ए-मौत नहीं दी गई उसे एक बंद कमरे में रख दिया गया जिसके कारण 4 साल में उसकी मृत्यु हो गई