विवाह में दूल्हा हमेशा घोड़ी पर ही बैठता है, घोड़े पर क्यों नहीं इसका क्या कारण है?
जब पहला दूल्हा जो सफेद रंग की घोड़ी पर तोरण की रश्म पूरी करने आगे बढ़ रहा था और उसके पीछे एक घोड़े पर सवार दूल्हा था। धोड़े में घोड़ी का आकर्षण था।
लोग उसके लिंग पर हँस रहे थे। तभी घोड़े ने घोड़ी की और जम्प मारी तो घोड़े वालादूल्हा नीचे आ गिरा और घोड़ी के आगे बढ़ जाने से उस पर बैठा दूल्हा बाल बाल बचा।
तब सभी में खूब चर्चा चली की पैसे बचाने के लिए फला व्यक्ति ने घोड़ी की जगह धोड़ा किया और यह सब दुर्घटना हुई।