शादी की रात आपका सबसे हास्यास्पद अनुभव क्या था?
सुहागरात पर मेरे पति मेरे कपड़े उतारते- उतारते ही थक गए थे ।?? हम दोनों के पिताजी पक्के दोस्त थे। उन्होंने अपनी दोस्ती को रिश्तेदारी में बदलने का फैसला किया था और हम दोनों को इससे कोई एतराज़ नहीं था क्योंकी हम भी एक दूसरे से बहुत प्यार करते ।
अब बात आती है शादी के बाद सुहागरात की।
तब ठंडियों का महीना था । मेरा रोहित ( मेरे पति) के साथ मज़ाक करने का मन था तो मैंने बहुत सारे कपड़े पहन लिए थे । अब मै एक हट्टी कट्टी पहलवान लग रही थी।
अब मै कमरे में थी और मेरे पति अंदर आते हैं । हम हमने एक दूसरे को किस किया । मुझे वह काफ़ी रोमांटिक लग रहे थे लेकिन मै नहीं थी क्योंकि मेरा तो मज़ाक करने का मन था ।
अब उन्होंने मेरे कपड़े खोलना शुरु किया । पहले एक, फ़िर दूसरा, फिर तीसरा, फिर अगला अब उन्होंने बोला ” क्या रोशनी! पूरे कपड़े की दुकान पहन कर आई हो क्या ।
मैं हसने लगी और कुछ ही समय बाद तब सिर्फ आखिरी ही बचा था उनकी हालत कुछ ऐसी हो गई थी।