सेंट्रीफ्यूगल पंप किसे कहते हैं? जानिए
सेंट्रीफ्यूगल पंप के बारे में जानने से पहले यह जानना जरूरी है कि पंप क्या होता है?
पंप को तो हम सभी ने सुना है और इसका उपयोग भी करते रहते हैं। आखिर घर में पानी का उपयोग करने के लिए पंप तो चाहिए ही। हम बिजली का मोटर चला देते हैं और फिर मोटर चलाता है पंप को और पंप फिर जमीन से पानी खींचता है।
पंप एक प्रकार का मैकेनिकल डिवाइस है या मैकेनिकल सिस्टम है जो किसी तरल (fluid) को एक उपयुक्त दबाव और वेग के साथ ऊर्जा रूपांतरण की प्रक्रिया द्वारा स्थानांतरित करता है।
अब सेंट्रीफ्यूगल पंप के बारे में बात करते हैं। ये नीचे दिखाया गया एक सेंट्रीफ्यूगल पंप है।
सेंट्रीफ्यूगल पंप भी एक प्रकार का मैकेनिकल पंप होता है जो घूर्णन गतिज ऊर्जा को तरल की गतिज ऊर्जा और दबाव ऊर्जा में परिवर्तित करता है।
अब हम इस पंप के कुछ महत्वपूर्ण भागों को देख लेते हैं।
Suction Pipe – यह ऐसी पाइप होती है जिसके द्वारा द्रव पंप के अंदर प्रवेश करता है।
Discharge Pipe – इस पाइप से होकर द्रव पंप से बाहर आता है। इस स्थिति में द्रव का एक निश्चित दबाव और वेग होता है।
Impeller – यह पंप का आंतरिक और मध्य हिस्सा है। यह impeller ही घूर्णन गति करता है जो मोटर द्वारा घुमाई जाती है। द्रव को pressurize करने के लिए इसके बाहरी सिरे पर विशेष तरह से डिजाइन किए हुए पंख (vanes) लगाए जाते हैं।
Casing – यह पंप का सबसे बाहरी हिस्सा है अर्थात पंप की बॉडी।
Shaft – यह पंप के impeller को और मोटर को जोड़ता है जिससे जब मोटर चलता है तो पंप भी चलने लगता है।
इसके अलावा भी पंप के अंदर कई सारे छोटे छोटे भाग जैसे बीयरिंग, सीलिंग, कपलिंग आदि दिए जाते हैं। इन सभी का अपना विशेष काम होता है।
सेंट्रीफ्यूगल पंप की कार्यप्रणाली
सेंट्रीफ्यूगल पंप के कार्य करने का तरीका बहुत आसान है। जब मोटर को विद्युत की सप्लाई दी जाती है तो मोटर चलने लगता है। यह मोटर अपने साथ पंप को भी चलाता है जिससे पंप का impeller घूर्णन गति करने लगता है। Impeller के घूर्णन गति करने के कारण पंप के अंदर का पानी भी घूर्णन गति करने लगता है। चूंकि impeller पर विशेष प्रकार के पंख लगे होते हैं जिससे पानी घूर्णन गति करने के साथ-साथ प्रेशराइज भी होता है। इस प्रकार पानी सेंट्रीफ्यूगल बल के कारण radially बाहर आता है और डिस्चार्ज पाइप के द्वारा बाहर निकलता है। इस निकले हुए पानी में एक निश्चित प्रेशर और वेग होता है। Casing की विशेष संरचना के कारण पानी का वेग कम और प्रेशर ज्यादा होता है।