अपराधी पकड़ते समय पुलिस की गाड़ी का सायरन क्यों बजता है? जानिए वजह
सायरन बजाने के दो कारण हमें समझ में आते हैं
देखिए आजकल पुलिस की भूमिका काफी ज्यादा टिपिकल हो गई है अगर पुलिस ईमानदारी से काम करना भी चाहे तो नेता लोग करने नहीं देते हैं.
अगर पुलिस ईमानदारी से काम नहीं करें तो उन्हें तब भी उंगली करने पहुंच जाते हैं. ना जीने देते हैं, ना मरने देते हैं.
एक बात और हमारे देश की मशीनरी ने पुलिस को पैसा कमाने का जरिया बना लिया जो भी सरकार में आता है वह पुलिस के द्वारा पैसा कमाता क्योंकि पुलिस इतनी ज्यादा बदनाम हो चुकी है कुछ तो उसके अपने कारण है और कुछ सरकारी प्रेशर है जिसके कारण वह सही काम नहीं कर पाते हैं.
अब कोई क्रिमिनल भाग रहा है पुलिस उसका पीछा कर रही है क्रिमिनल कुछ भी कर दे वह तो क्रिमिनल है, लेकिन पुलिस अगर उसका पीछा कर रही है तो उसकी जिम्मेदारी होती है कि उसका पीछा करने में किसी भी व्यक्ति को नुकसान ना पहुंचे इसके लिए भाई वह सायरन बजाते हैं ताकि अगल-बगल के लोग किनारे हो जाए .
अब इसका एक यह फायदा है कि पब्लिक सुरक्षित रहती है तो इसका दूसरा नुकसान यह है कि क्रिमिनल भी अपने आप को सुरक्षित कर देते हैं.
अधिकतर क्रिमिनल्स को हमारे देश के अंदर राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होता है इसलिए अगर पुलिस उन्हें पकड़ भी ले तो ऊपर से दबाव आ जाता है तो इससे सबसे अच्छा ऑप्शन यही है ना कि अपना सायरन बजाते चलो कोई होगा तो छुप जाएगा उनकी भी जान छुट्टी रहेगी.