असली कारण है कि आपको फास्ट फूड खाने से रोकना चाहिए

01 /8आपको फास्ट फूड खाना क्यों बंद करना चाहिए?

सरल और स्पष्ट शब्दों में, फास्ट फूड उन खाद्य पदार्थों को संदर्भित करता है जिन्हें जल्दी से तैयार और परोसा जा सकता है। यह काउंटर सेवा, टेक-आउट, सिट-डाउन रेस्तरां और डिलीवरी सहित विभिन्न स्रोतों से आ सकता है। फास्ट फूड के बेहद लोकप्रिय होने के पीछे मुख्य कारणों में यह सुविधाजनक, स्वादिष्ट और पॉकेट फ्रेंडली होना शामिल है। इन के बावजूद, फास्ट फूड अक्सर सस्ते अवयवों के साथ बनाया जाता है और सोडियम में भी उच्च होता है जो एक संरक्षक के रूप में उपयोग किया जाता है और भोजन को अधिक स्वादिष्ट और संतोषजनक बनाता है।

उल्लिखित कारणों के कारण, फास्ट फूड स्वस्थ नहीं है। इसके अधिक सेवन से लंबे समय में विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। फास्ट फूड खाने से रोकने के कुछ कारणों पर यहाँ एक नज़र डालते हैं।

02 /8हृदय और पाचन तंत्र पर इसका प्रभाव

फास्ट फूड जैसे बर्गर, फ्राइज़, ड्रिंक्स आदि कार्बोहाइड्रेट से भरे होते हैं और लगभग कोई फाइबर नहीं होता है। जब पाचन तंत्र इन खाद्य पदार्थों को तोड़ता है, तो रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि के साथ कार्ब्स को ग्लूकोज के रूप में जारी किया जाता है। समय के साथ, यह शरीर के सामान्य इंसुलिन को प्रभावित कर सकता है। इससे टाइप 2 डायबिटीज, वजन बढ़ने आदि का खतरा बढ़ जाता है।

03 /8उच्च सोडियम स्तर

फास्ट फूड में सोडियम का उच्च स्तर होता है, जो इसके स्वाद के पीछे एक कारण है। हालांकि, सोडियम में उच्च आहार पानी प्रतिधारण को जन्म दे सकता है। रक्तचाप की स्थिति वाले लोगों के लिए भी यह खतरनाक है।

04 /8केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव

हालांकि फास्ट फूड अल्पावधि में भूख को संतुष्ट करता है, लेकिन इसके दीर्घकालिक परिणाम अच्छे नहीं हैं। 2011 में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस द्वारा प्रकाशित एक शोध के अनुसार, जो लोग फास्ट फूड और प्रसंस्कृत पेस्ट्री खाते हैं, उन लोगों की तुलना में अवसाद विकसित होने की संभावना 51 प्रतिशत अधिक होती है, जो उन खाद्य पदार्थों को नहीं खाते हैं या उनमें से बहुत कम खाते हैं।

05 /8श्वसन प्रणाली पर प्रभाव

फास्ट फूड में कैलोरी की अधिक मात्रा वजन बढ़ाने और मोटापे का कारण बनती है, जिससे अस्थमा और सांस की तकलीफ जैसी श्वसन समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।

06 /8उच्च शर्करा और वसा का स्तर

फास्ट फूड में उनमें बड़ी मात्रा में ‘जोड़ा ’चीनी होती है, जिसके परिणामस्वरूप अतिरिक्त कैलोरी होती है। साथ ही, पेस्ट्री, पिज्जा, कुकीज आदि खाद्य पदार्थ ट्रांस-फैट से भरपूर होते हैं। ट्रांस-फैट शरीर के खराब कोलेस्ट्रॉल स्तर को बढ़ाता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल स्तर को कम करता है। इससे अक्सर मधुमेह और दिल की बीमारियां होती हैं।

07 /8हड्डियों पर असर

फास्ट फूड में कार्ब्स और चीनी आपके मुंह में एसिड बढ़ा सकते हैं। ये एसिड दांतों के इनेमल को तोड़ सकते हैं। जैसा कि दांत तामचीनी गायब हो जाता है, बैक्टीरिया पकड़ सकता है, और गुहा विकसित हो सकती है।

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