इस कैमरे से कपड़ों के आर पार दिखने लगे थे लोग,जानिए क्या है सच

जब कोई कंपनी अपने किसी प्रोडक्ट को मार्केट में लाती है और वह प्रोडक्ट उपभोक्ताओं की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता है या उन्हें अच्छा नहीं लगता है तो कंपनी उस प्रोडक्ट को रिकॉल कर लेती है यानी वापस मार्केट से ले लेती है लेकिन एक बार ऐसा भी मौका आया जब प्रोडक्ट ग्राहकों को उम्मीद से ज्यादा दे रहा था और फिर भी कंपनी को प्रोडक्ट रिकॉल करना पड़ा तो आइए जानते हैं!

साल 1998 मैं सोनी को अपना कैमकॉर्डर (कैमरा और वीडियो रिकॉर्डर) को मार्केट से वापस लाना पड़ा वो भी 70 हजार से ज्यादा को दरअसल इस कैमरे का एक फीचर था नाइट शॉट यानी यह एक घुप अंधेरे में भी फोटो खींच सकता था इसके लिए यह इंफ्रारेड का उपयोग करता था लेकिन इंफ्रारेड के उपयोग से दूसरी प्रॉब्लम होने लगी थी क्योंकि इंफ्रारेड कुछ चीजों को अवशोषित कर लेती थी

और उसके पार की चीजें दिखने लग जाती थी इसके चलते कई बार कपड़े पहने हुए लोग भी जब इस कैमरे से देखे जाते तो वह बिना कपड़ों के लगते थे पर जब यह बात फैली तो सोनी को आनन-फानन में प्रोडक्ट रीकॉल करना पड़ा था इस पर एक ग्राहक ने कहा था कि भला किस तरह का लूजर इस कैमरे को खरीदना चाहेगा लेकिन शरारती तत्वों के बीच इसका बहुत क्रेज हो चुका था
इसी के चलते इसके कुछ लोकल वर्जन भी बिकने लगे थे जिसको हम चाइनीस या डुप्लीकेट माल कहते हैं अमेरिका के एक स्टोर से एक ही दिन में 30 कैमरे बिक गए थे लेकिन इसकी पुख्ता जानकारी नहीं मिली कि सोनी ने कितने कैमरे बेचे रिकॉल करीब 70 हजार कैमरे को किया गया था तो आइए इंफ्रारेड को समझते हैं जब सूरज की किरणें प्रिज्म से होकर गुजरती है तो 2 रंग बनते हैं सबसे पहला रंग लाल सबसे आखिरी रंग बैंगनी होता है यह रंग दरअसल इलेक्ट्रोमैग्नेटिक बेब्स है।

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