इस देश की ‘राजधानी’ का नाम पढे-लिखे लोग नहीं बोल पाते हैं, आप भी कर लीजिए कोशिश

हमारी इस पृथ्वी पर अनेकों देश हैं। सभी देशों की अलग-अलग राजधानियां हैं। वैसे तो सभी देशों की राजधानियों के नाम सामान्य प्रकार से ही होते हैं लेकिन आज जो हम आपको नाम बताने जा रहे हैं, उसे सुनकर आप ‘दांतो तले उंगली दबा लेंगे’। थाईलैंड देश का नाम आपने सुना ही होगा। थाईलैंड देश का प्राचीन नाम श्याम देश है। सन 1948 में इस देश का नाम थाईलैंड पड़ा था। थाईलैंड देश की राजधानी का नाम बैंकॉक है। अब आप कहेंगे कि इसमें अनोखी बात क्या है।

‘बैंकॉक’ , इसका अंग्रेजी में नाम है। रहस्य उद्घाटन करने से पहले, हम आपको थाईलैंड के बारे में कुछ जानकारी देना चाहते हैं।

थाईलैंड देश में अधिकतर लोग बौद्ध धर्म का पालन करते हैं। इसके साथ ही यहां के लोग भगवान राम और भगवान विष्णु की भी पूजा करते हैं। थाईलैंड में शाही परिवार के लोग अपने आप को भगवान राम के पुत्र कुश का वंशज मानते हैं। इसके साथ ही थाईलैंड का राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह गरुड़ है, जिसे भगवान विष्णु की सवारी माना जाता है। थाईलैंड में भगवान राम और भगवान विष्णु के कई मंदिर हैं। यहां के लोग हिंदू धर्म में विश्वास करते हैं। थाईलैंड के लोग संस्कृत भाषा को भी मान्यता देते हैं। इसके साथ ही यहां के लोग मस्तिष्क को एक पवित्र अंग मानते हैं।

बैंकॉक नाम को लेकर तो कोई भी अनोखी बात नहीं है। यह नाम थाईलैंड की राजधानी का अंग्रेजी भाषा में नाम है। थाईलैंड की राजधानी का नाम ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में शामिल है। इसका नाम इतना बड़ा है कि तीन से चार पंक्तियां निबंध के नाम को सहेजने में समर्थ होंगी। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक का संस्कृत और पाली भाषा में संयुक्त नाम,

‘क्रुंग देवमहानगर अमररत्नकोसिंद्र महिंद्रायुध्या महातिलकभव नवरत्नराजधानी पुरीरम्य उत्तमराजनिवेशन महास्थान अमरविमान अवतारस्थित्य शुक्रदत्य विष्णुकर्मप्रसिद्धि’।

यहां के लोगों के रीति-रिवाज भी अलग हैं। यहां के लोग भूत-प्रेतों से बचने के लिए अपने मकान में एक अलग कमरा बनवाते हैं।

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