ऐसा कौनसा चूहा था जिसे बहादुरी के लिए स्वर्ण पदक मिल चुका है?

लोगों को उनकी बहादुरी के लिए भी स्वर्ण पदक से नवाजा जाना आम बात है लेकिन क्या आपने कभी किसी चूहे को गोल्ड मेडल लेते देखा है? मगावा ने अपने 7 साल के कार्यकाल में 39 लैंडमाइंस का पता लगाकर उन्हें नष्ट किया है।

अभी तक आपने लोगों को गोल्ड मेडल हासिल करते तो खूब देखा होगा. कभी किसी को पढ़ाई के लिए तो कभी किसी को खास क्षेत्र में विशिष्ट प्रदर्शन के लिए गोल्ड मेडल से सम्मानित किया जाता है. लोगों को उनकी बहादुरी के लिए भी स्वर्ण पदक से नवाजा जाना आम बात है लेकिन क्या आपने कभी किसी चूहे को गोल्ड मेडल लेते देखा है?

चूहे को मिला गोल्ड मेडल
ब्रिटेन से एक बेहद रोचक खबर आ रही है, जिसके मुताबिक एक चूहे को लोगों की जान बचाने के लिए गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया है. वहां की वेटरिनरी चैरिटी (Veterinary Charity) करने वाली संस्था पीडीएसए (PDSA) ने एक अफ्रीकी चूहे ‘मगावा’ (Magawa) को उसकी ‘बहादुरी और कर्तव्य के प्रति समर्पण’ के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया है।

मगावा ने किया नाम रोशन
दुनिया में कई ऐसे जानवर हैं, जो लोगों की सुरक्षा में अहम योगदान निभाते हैं. अब इस श्रेणी में चूहे ‘मगावा’ ने भी अपनी मंडली का नाम दर्ज करवा लिया है. बेल्जियम (Belgium) में पंजीकृत चैरिटी संस्था एपीओपीओ (APOPO) द्वारा प्रशिक्षित मगावा ने कंबोडिया (Cambodia) में 39 बारूदी सुरंगों और 28 विस्फोटकों का पता लगाया।

सम्मानित होने वाला पहला चूहा
इस अवॉर्ड से अभी तक कुल 30 पशुओं को सम्मानित किया जा चुका है, जिसमें से मगावा पहला चूहा है. मगावा को हीरो रैट (Hero Rat) के खिताब से भी नवाजा गया है. मगावा ने अपने सात साल के कार्यकाल में 39 लैंडमाइंस का पता लगाया और उन्हें नष्ट किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *