किस राजा ने शासन काल में कुतुब मीनार के पास लौह स्तम्भ का निर्माण हुआ?
क़ुतुब मिनार लोह स्तम्भ के पास बनी है न कि लोह स्तम्भ क़ुतुब मीनार के पास. लोह स्तब्ध ऐतिहासिक दस्तावेज है. इपुरा भारतीय है. इस पर किसी लीपी मे कुछ उकेरा हुआ है. इस पर चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य द्वारा बनवाये जाने का उल्लेख है. इस लोह स्तम्भ के पास एक पुरातात्विक विभाग का बोर्ड भी लगा है ज़िस पर इसके निर्माण का समय चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य गुप्त साम्राज्य के तृतीय महाराज के समय का बना बताया गया है. इस स्टंभ को विष्णु स्तम्भ या ध्रुव स्तम्भ भी कहते है.
इस स्तम्भ कि विशेषता है कि इस पर अभी तक जंग नहि लगी है जो कि आस्चर्यजनक है. उस समय कि उत्कर्ष मेटलुर्जी का प्रमाण है. अभी इसको चारो तरफ से घेर कर श्रद्धालुओं को कुछ दूर ही रोक दिया जाता है.
क़ुतुब मीनार एक मुस्लिम विजय स्तम्भ है. इसका निर्माण कुतुबुद्फीन ऐबक ने 1193 मे शुरू करवाया. इसका उद्देध्य हिंदू देश मे अफ़ग़ानिस्तान विजय का स्थायी रूप देना था. इसके साठ एक मस्जिद का निर्माण किया गया. इस मस्जिद का नाम कुंवत उल इस्लाम अर्थात इस्लाम कि शक्ति रखा गया.
इस मस्जिद के निर्माण मे 27 मंदिरों के भागनावशेशों का उपयोग किया किया गया. पिरातत्विक विभाग जिसका स्थापना कनिंघम ने 1873 मे कि ने एक पिलर भी इस जगह लगवाया ज़िस पर स्पष्ट लिखा है कि मस्जिद मंदिरों को तोड़कर बनाई गयी.