कोई भी मनुष्य सच्ची शांति कब प्राप्त कर सकता है? जानिए
कोई भी मनुष्य सच्ची शांति तब प्राप्त कर सकता है जब वह शांति की तलाश को बाहर न खोजकर अंदर खोजे उसके सारे द्वंद नष्ट हो जाएंगे। अर्थात स्वयं को शांत करने के लिए स्वयं के आसपास से अशांति को दूर करना होगा कुछ भी जो आपकी ऊर्जा को नुकसान पहुंचाए उससे आप कोषों दूर हो जाएं और आप सहज रूप से शांतिपूर्ण वातावरण में स्थित होते जाएंगे।
आपका वातावरण शांत और शुद्धतम होता जाएगा। कुछ वक्त से मैं नकारात्मकता के शिखरों पर था जिससे मैं अशांति के सागर में डूब रहा था। मैं अब बाहर शांति ढूंढ रहा था मेरी सारी कोशिशें नाकाम रहीं। बाहर सिर्फ अशांति का साम्राज्य है तो जाहिर है आप भी अशांत ही होंगे।
अभी कुछ दिनों से मैने अपनी योग साधना को पुनः शुरू किया और अब मैं धीरे धीरे उसी शांति की ओर बढ़ रहा हूँ जो कभी मुझसे जुदा हो गई थी। योग साधना में प्राणायाम से आप पहले अशांत ऊर्जा को नष्ट करते हो जो आपके आसपास भटक रही है नष्ट का मतलब शुद्ध। फिर उस ऊर्जा ने आपकी ऊर्जा का कितना नुकसान किया है उस नुकसान को ठीक होने में वक़्त लगेगा इसके लिए आप जगह भी बदल सकते हैं।