क्या आपने किसी को मरने के कुछ देर बाद जिन्दा होते देखा है? जानिए
आज से लगभग 10 साल पहले हमारे दादा जी की मृत्यु हो गई थी। यह पहली मृत्यु थी जिसको मैंने देखा था। रो रो कर बुरा हाल हो रहा था , चूंकि उनकी मौत शाम को हुई थी इसलिए सुबह अंतिम संस्कार करने का निर्णय किया गया था। मुझे यही लगता कि काश दादा जी वापस आ जाएं और यह मनोस्थिति बहुत प्रबल थी।
लगभग 3 बजे रात को नींद लगी तो सपने में देखा कि दादा जी अपनी मृत्यु शय्या पर उठकर बैठ गये हैं , घोर आश्चर्य हुआ कि मेरा मन जो कि उन्हें जीवित देखना चाहता था अब उन्हें जीवित देखकर डर रहा है और वह पुराना वाला प्यार भी उनपर नहीं आ रहा है।
तब मुझे एहसास हुआ कि मानव हद दर्जे का स्वार्थी जीव है, कोई कितना भी प्रिय क्यों ना हो जब वह प्राणहीन हो जाता है तब कुछ दिन रोने के बाद हम उसे भूल जाते हैं।
शायद वो स्वप्न में आकर साबित करना चाहते थे कि अगर अब मैं जीवित हो गया तो तुम लोग मुझे नहीं अपना पाओगे। मुझे भी लगता है लोगों को एक बार मृत्यु के पास जाने के बाद दुबारा नहीं आना चाहिए।