क्या आप जानते हैं कई रहस्य समेटे है ईचागढ़ का चतुर्मुखा शिव मंदिर?
इस रहस्यमयी चतुर्मुखा शिव मंदिर के बारे में जानते हैं यह जमशेदपुर से करीब 35 किलोमीटर दूर टाटा , रांची राष्ट्रीय राजमार्ग _33 पर चौका से दयी ओर करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर है ईचागढ़ सरायकेला- खरसांवा जिले के ईचागढ़ गाव को आम से खास बनाती है यह ऐ तिहासिक चतुर्मुखा शिव मंदिर । मंदिर में भगवान शिव का चार मुंह वाला शिवलिंग स्थापित हैं।
बताया जाता हैं कि ईचागढ़ का शिवलिंग देश के गिने, चुने शिवलिंगो में एक हैं लोग बताते है कि यह शिवलिंग अपने में कई रहस्यो को समेटे हुए हैं । कहा जाता है कि शिव मंदिर के आसपास प्राचीनकालीन तीन दर्जन से अधिक शिवलिंग बिखरे पड़े थे संरक्षण के अभाव में अब इनमें से गिने _ चुने ही रह गए है शिवलिंग की स्थापना कब हुई तथा यह ऐतहासिक शिवलिंग किस सदी का है.
आज भी इसके पुख्ता प्रमाण नहीं है लोगो का मानना है कि राजा विक्रमादित्य के शासनकाल में शिव मंदिर बनाया गया था । लोगो का मानना है कि बाबा के दरबार में मगी हुई मुराद पूरी होती हैं।