क्या आप जानते हैं द्रोपदी के वस्त्र हरण के वक्त पूरी सभा में इकलौता कौरव पक्ष से विरोध करने वाला व्यक्ति कौन था?
महाभारत एक न्याय शास्त्र है और द्रौपदी का चीरहरण महाभारत के युद्ध का केंद्र विंदु है। चीरहरण के समय कौरवों में सिर्फ एक ही व्यक्ति था जो द्रोपदी के चीर हरण का विरोध कर रहा था.
दुर्योधन और दुशासन चीर हरण में लगे हुए थे जबकि उनका छोटा भाई विकर्ण विरोध कर रहा था. वह अपने भाईयों के चीर हरण के सख्त खिलाफ था.
उसने अपने भाईयों को ऐसा नहीं करने की चेतावनी दी थी. उसने चेताया था कि ऐसा करना उनके पतन का कारण बन जाएगा और ऐसा हुआ भी.