क्या उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी बनने के बाद बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री खतरे में है?
19 सितंबर 2020 को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने नोएडा में भव्य फिल्म सिटी बनाने की घोषणा की है। योगी आदित्यनाथ अपने कहे को पूरा करने में विश्वास रखते हैं।
घोषणा के तीसरे दिन 22 सितंबर को लखनऊ में उन्होंने फिल्मी हस्तियों को मिलने के लिए और फिल्म सिटी की रुपरेखा तैयार करने के लिए बुलाया। यह फिल्म सिटी यमुना एक्सप्रेस-वे से सटे ग्रेटर नोएडा सेक्टर-21 में 1,000 एकड़ में बनाने की योजना है.
बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री को खतरा-
योगी आदित्यनाथ इस फिल्म सिटी को अमलीजामा पहनाने के लिए 3 दिसंबर को मुंबई भी गये वहां उन्होंने बड़े कलाकारों से मुलाकात भी की। अब कुछ प्वाइंट पर बात करते हैं-
1- योगी के मुंबई जाने पर सलमान, शाहरुख, अमिताभ बच्चन, करण जौहर जैसे बड़े सितारों ने मुलाकात नहीं की। इसके पीछे शायद आदित्यनाथ जी की कट्टरवादी छवि है लेकिन एक बात साफ है योगी आदित्यनाथ काम के मामले में पक्षपात नहीं करते।
2- यूपी में औरतों और लड़कियों की सुरक्षा बेहद जरूरी है जो कि मुंबई में दुरुस्त है। मुंबई में औरतें आधी रात तक बिना डरे बाहर निकल सकती हैं जबकि यूपी में ऐसा नहीं है।
3- बड़े सितारों का रहन सहन मुंबई में जम चुका है, यूपी में अभी रुक पाना उनके लिए संभव नहीं है। यह हो सकता है कि काम करने के लिए फ्लाइट से आएं और पांच सितारा होटलों में ठहरें।
4-कोरोन काल में फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों की खराब होती हालत सभी ने देखी है। महाराष्ट्र सरकार ने ऐसे लोगों की कोई सहायता नहीं करी । इसलिए यूपी में अगर शुरुआत होगी तब सभी छोटे कामगार मुंबई छोड़कर आ जाएंगे इसका नुकसान बॉलीवुड को ही होगा।
5- यूपी में सरकारी विभागों की मंजूरी मिलना टेढ़ी खीर है, 35 साल पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह ने भी फिल्म इंडस्ट्री की घोषणा की थी नतीजा कुछ नहीं मिला।
यदि काम करने की इच्छा हो, सही लोग आपके साथ हों तो दुनिया में मदद करने वाले लोगों की कमी नहीं. मदद करने वाले लोग मिल ही जाते हैं.” इसी तर्ज पर यूपी सरकार काम कर रही है। बाकी भारी भरकम बजट भी चाहिए जिसके लिए बड़े निवेशकों को भी सरकार खोज रही है।
निष्कर्ष- बॉलीवुड खतरे में तो नहीं आएगी लेकिन नुकसान जरूर होगा । इस कंपटीशन की वजह से फिल्मों के स्तर में जबरदस्त सुधार होगा।