क्या कम्प्यूटर एंटीवायरस बनाने वाली कंपनियां ही वायरस भी बनाती हैं? जानिए

हां, ऐसा बिल्कुल हो सकता है. में ये नहीं कह रहा कि सारी एंटीवायरस बनाने वाली कंपनिया वायरस बनाती ही होगी, पर इस सम्भावना को नकारा नहीं जा सकता.

बहुत सारी बाते खुले रहस्य की तरह होती है. यह भी ऐसी ही बात है. एंटीवायरस कम्पनियों का सारा बिज़्नेस वायरस, मैलवेयर और कंप्यूटर को नुक्सान पहुंचाने वाले सॉफ्टवेयर की वजह से चलता है. ये बिज़नेस करोडो अरबो का है. दूसरी भाषा में कहा जाये, तो ये डर का बिज़नस है…

जैसे अपने घर में आप सिक्योरिटी गार्ड तभी रखते है, जब कई कीमती चीजें चोरी होने का या लुटने का आप को डर हो. उसी तरह एंटीवायरस लोग तभी इनस्टॉल करते है, जब आप को अपना डाटा लीक होने का या इनफार्मेशन डिस्ट्रॉय होने का डर हो.

वैसे तो हैकर कम्युनिटी नए नए वायरस बनाने के लिए बहुत सक्रिय रहती है, पर जब वो कभी कभी ऐसे वायरस नहीं बनाते जो सिर्फ एंटीवायरस कंपनियों के ग्राहकों को टारगेट करते हो.

तो ऐसे में कभी कभी एंटीवायरस कंपनी ही ऐसा वायरस बनाती है, जिसे ग्राहकों को सब्सक्रिप्शन कंटिन्यू करने के लिए या नए ग्राहक बनाने के लिए (डर फैला कर) उपयोग में लिया जा सके.

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