क्या कारण है ज्यादा सिगरेट पीने वाले लोग सुबह बिना सिगरेट पिए शौच नहीं कर पाते ?
जी इस फैक्ट/तथ्य बारे में, मैं आपको पूर्ण रूप से सटीक जानकारी नही दे सकता हूँ । क्योंकि रिसर्च में पूर्ण रूप से यह साबित नहीं हो पाया है कि सिगरेट पीने वाले लोगों को कॉन्स्टिपेशन (कब्ज) जैसी परेशानी क्यू है।
अभी तक [1] रिसर्च / अध्ययन में यह पाया गया है कि जो लोग सिगरेट के बहुत ज्यादा आदि हो जाते हैं। उन्हें निकोटिन (सिगरेट में पाये जाने वाला केमिकल) की आदत हो जाती है। उनका शरीर इसका इतना आदि हो जाता है कि बाउल मूवमेंट (bowl movement) सरल शब्दों में मल त्याग करने की क्रिया भी निकोटिन से प्रभावित होकर काम करती है।
जिसके चलते जब भी कोई व्यक्ति अगर सिगरेट नहीं पीता है तो उसे शौच नहीं आती। और यह सब निकोटिन के विथडरॉल सिम्पटम्स (withdrawal symptoms) के कारण होता है। और अक्सर ऐसे लोगो को शौच करने के लिए सिगरेट पीना ही पड़ता है।
अब बात 1–2 सिगरेट पीने तक तो ठीक है लेकिन धीरे धीरे यह 1–2 सिगरेट का आंकड़ा बढ़ते चले जाता है। और धीरे धीरे शरीर निकोटिन टॉलरेंस हो जाती है। और ऐसे व्यक्ति को पूर्ण रूप से कॉन्स्टिपेशन (कब्ज) की समस्या होने का खतरा रहता है।
हालांकि कुछ इंटरनेट आर्टिकल्स के अनुसार मुझे शौच और सिगरेट सेवन के बीच कोई खास लिंक/ कनेक्शन नजर नही आया। (पुख्ता तौर पर) बाकी आप बहुत से आर्टिकल्स में कुछ इससे जुड़ी जानकारी पाएंगे। (लेकिन फिर से वही कोई ठोस जानकारी नहीं है।)
जैसे मेने यह एक [3] आर्टिकल पड़ा जिमसें भी यही बताया गया कि सिगरेट पीने की लत के चलते। किसी व्यक्ति का शरीर इतना आदि हो जाता है कि उसके बाउल मूवमेंट भी निकोटीन से प्रभावित हो जाते हैं।