क्या कारण हो सकता है की लोग करोड़ो की सालाना पैकेज छोड़ कर आई ए एस बनने चले आ रहे ?
अगर कोई करोड़ो के पैकेज में नौकरी कर रहा है तो बेशक वो प्रतिभशाली होगा। तो प्रतिभशाली व्यक्ति करोड़ो तो कमाना चाहेगा पर रसूख के साथ। रसूख मतलब नाम का पऊआ होना। जो प्राइवेट के करोड़ो के पैकेज में नही हैं।
इसलिए लोग करोड़ो की नौकरी छोड़ कर आईएएस बनने आते हैं। एक बार बन गाये तो पैसा और पावर दोनो आपके। तनख्वा तो सरकार आपके खाते में जो डालेगी सो डालेगी ही। अनगिनत कमाने के रास्ते खुल जाते हैं। करोड़ो पैरों पर चलकर खुद आते हैं।
अगर प्रधानमंत्री को आपके ज़िले का दौरा करना है तो डीएम का क्लीयरेंस लेना होगा सुरक्षा कारणों से। ऐसा रसूख और कहॉ। पैसा+पावर सबको सम्मोहित करता है। पर ये नौकरी पाने वाले कुछ ही प्रतिभशाली होते हैं।