क्या मंथरा की प्रभु राम से कोई दुश्मनी थी? जानिए
हाँ मंथरा की राम अवतार भगवान विष्णु से पुरानी दुश्मनी थी जब मंथरा ने भक्त प्रहलाद के वंश में जन्म लिया था
पौराणिक धर्म ग्रंथों के आधार पर बताया जाता है कि जो मंथरा रामायणकाल में राम को बनवास देने के लिए उत्तरदाई थी वास्तव में मंथरा कौन थी, इस मंथरा की क्या कहानी है यह जानना आपके लिए जरूरी है कि मंथरा कौन थी दासी थी या राजकुमारी या फिर कोई और
लोमस ऋषि के द्वारा बताया गया कि मंथरा भक्त प्रहलाद के पुत्र विरोचन की पुत्री थी। जब एक बार विरोभक्तचन और देवताओं के बीच में युद्ध हुआ था तो विरोचन ने देवताओं पर विजय प्राप्त की थी
किंतु कुछ ही समय पश्चात देवताओं ने एक षड्यंत्र रचा तथा ब्राह्मण स्वरूप धरकर विरोचन से भिक्षा में उसकी आयु ही मांग ली इस प्रकार विरोचन की मृत्यु के पश्चात सभी दैत्य यहाँ-वहाँ भाग रहे थे और उनका कोई सरदार भी नहीं था.
ऐसे समय में मंथरा ने दैत्यों का नेतृत्व किया और देवताओं पर फिर से विजय प्राप्त की तथा देवता भी दैत्यों के डर से इधर-उधर भागने लगे तथा भगवान विष्णु के पास पहुंचे
तब भगवान विष्णु ने देवराज इंद्र को मंथरा पर आक्रमण की आज्ञा दी तो देवराज इंद्र के बज्र के प्रहार से मंथरा पृथ्वी पर जाकर गिरी और उसकी मृत्यु हो गयी.