क्यों सोने और हीरे से कहीं ज्यादा बेशकीमती होती है व्हेल की उल्टी? जानिए वजह

माना जाता है कि वे की उल्टी कुछ ही समय बाद ठोस रूप ले लेती है, और फिर यह जितनी पुरानी होती जाती है उतनी ही बेशकीमती होती जाती है। कई वैज्ञानिक इसे व्हेल की उल्टी तो कई वैज्ञानिक इसे मल बताते हैं यह मछली के अंदर का वह अपशिष्ट पदार्थ है जो किं व्हेल मछली पचा नहीं पाती और शरीर से बाहर निकाल देती है इस पदार्थ को एम्बरग्रीस कहते हैं।

इत्र को बनाने में इस्तेमाल किया जाता है इसकी वजह से इत्र की खुशबू लंबे समय तक टिकी रहती है। इसी वैज्ञानिक इसे तैरता सोना भी कहते हैं। एम्बरग्रीस का प्रयोग इत्र बनाने के अलावा दूसरे सुगंधित पदार्थ बनाने में भी किया जाता है जिससे उसकी खुशबू लंबे समय तक टिकी रह सके।

यही कारण है कि यह सोने और हीरे से भी ज्यादा महंगा होता है पुरानी मिश्र में एम्बरग्रीस का प्रयोग धूप और अगरबत्ती को सुगंधित करने के लिए बनाया जाता था। आधुनिक मिश्र में सिगरेट के धुए को खुशबू में बदलने के लिए एम्बरग्रीस का प्रयोग किया जाता है

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