गांधी को महात्मा की उपाधि कैसे मिली?
प्रथम मत के अनुसार
आमतौर पर यह बताया जाता है कि 12 अप्रैल सन 1919 को रवींद्रनाथ टैगोर ने गांधी जी को एक खत लिखा था जिसमें उन्होंने गांधीजी को ‘महात्मा’ कहकर संबोधित किया था.
द्वितीय मतानुसार
साल 1915 में राजवैद जीवराम कालिदास ने सबसे पहले गांधीजी को ‘महात्मा’ कहकर संबोधित किया था. जबकि कुछ लोगों का मानना है कि रवींद्रनाथ टैगोर ही वो पहले शख्स थे जिन्होंने उन्हें महात्मा कहकर पुकारा था.
तृतीय मतानुसार
‘मिस्टर से गांधी बने महात्मा’ लेख में कहा गया है कि हरिद्वार के निकट कनखल स्थित गुरुकुल कांगड़ी में 8 अप्रैल, 1915 को गांधी जी का सम्मान समारोह आयोजित किया गया जिसमें उन्हें स्वामी श्रद्धानंद द्वारा ‘महात्मा’ की उपाधि प्रदान की गई थी