गुरुग्राम में पिछले 24 घंटों में ब्लैग फंगस के 14 मामले

साइबर सिटी गुरुग्राम में हर गुजरते दिन के साथ ब्लैक फंगस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग ने पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 14 नए मामलों की पुष्टि की है। इसके साथ ही कुल आंकड़ा 170 हो गया है। इनमें गुरुग्राम के अलावा बाहरी जिलों और राज्यों में रहने वाले मरीज शामिल हैं, जिनका इलाज जिला स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।

गुरुग्राम में ब्लैक फंगस के कारण चार संदिग्ध मौतें दर्ज की गई हैं। हालांकि जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से इनमें से किसी की भी पुष्टि नहीं हुई है। गुरुग्राम के पारस अस्पताल के ईएनटी विभाग के प्रमुख डॉ. अमिताभ मलिक ने कहा कि यह संक्रमण कोविड-19 से जूझ रहे कई मधुमेह रोगियों और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को हो रहा है। डॉ. मलिक ने कहा, जब एक मधुमेह रोगी को कोरोना होता है, तो उसे स्टेरॉयड दिया जाता है, जो प्रतिरक्षा को कमजोर करता है और शर्करा के स्तर को बढ़ाता है। यह संक्रमण का एक नया रूप नहीं है। इसमें वे लोग शामिल हैं, जिन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं या वे ऐसी दवाएं लेते हैं, जो शरीर की रोगाणुओं और बीमारी से लड़ने की क्षमता को कम करती हैं। यह आमतौर पर मधुमेह, कैंसर या अंग प्रत्यारोपण वाले लोगों को प्रभावित करता है।

वाइट फंगस का कोई मामला नहीं
डॉक्टरों के अनुसार, इस बीमारी से जुड़े सामान्य लक्षण सिरदर्द, चेहरे में दर्द, नाक बंद होना, आंखों की रोशनी कम होना या आंखों में दर्द, गालों और आंखों में सूजन है। हालांकि, जिले में अब तक वाइट फंगस का कोई मामला सामने नहीं आया है। कोलंबिया एशिया अस्पताल के ईएनटी विभाग के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. शशांक वशिष्ठ ने कहा कि वाइट फंगस कैंडिडा नाम का एक फंगस है, जो सफेद रंग का होता है। यह भी उन लोगों को प्रभावित करता है, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है।

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