जब कलयुग इतना ही बुरा है तो भगवान इस युग को हमेशा के लिए खत्म क्यों नहीं कर देते? जानिए वजह
इतनी सारी फिल्में महाभारत और रामायण देखकर हमें ने आखिर ये मान ही लिया कि जब जब धरती पर पाप बढेगा तब ईश्वर जन्म लेकर उस पाप का सर्वनाश करेगें और हम सिर्फ उस वक्त का इंतजार करेंगें और जो भी लोग चाहेगें हमारी बैडं बजा कर चले जाएंगे।
यही सच है हम सारी बात ईश्वर पर डालकर अपना पल्ला झाड़ लेते है। क्या आपने आखिर ये सोचा कि आज तक जितने महापुरुषों ने जन्म लिया उन सब ने हमारी जैसी मामूली जिन्दगी जी है। उन्होंने उन खतरो का सामना किया है जो हम कर रहे है। परंतु उन्होंने इन खतरो के पहचाना और मेहनत से कर्म को किया और खतरो को खत्म किया।
और अपने आप को तैयार कर उन शत्रुओं को मार कर हम सब को मुक्त कराया । जैसै श्री राम जिन्होंने अपने गुरु विश्वामित्र से विद्या ग्रहण की और तब रावण का अन्तं किया। श्री कुष्ण जिन्होंने अपने गुरु सांदीपनि से विद्या प्राप्त कि और फिर संसार के सारे शत्रुओं का विनाश किया।
इन सब ने अपने मन को जान कर अपने अन्दर छिपे शत्रु काम, क्रोध, लोभ और मोह इन्हें पहचाना और अपने कर्म को जानकर कर्म किया। हमें इन सब से यही सीखकर वो कर्म करने है। और अपने अन्दर और बाहर के शत्रु का विनाश करना है।