जर्मनी के तानाशाह एडोल्फ हिटलर ने अपने गुप्त बंकर में अपने आपको गोली क्यों मार ली थी?

एडोल्फ हिटलर का जन्म 1889 में ऑस्ट्रिया में हुआ था।युवावस्था बेहद गरीबी में गुजरी।रोजी रोटी का कोई जरिया न होने के कारण पहले विश्व युद्व की शुरुआत में उसने भी अपना नाम फौजी भर्ती के लिए लिखवा दिया था।भर्ती के बाद उसने अग्रिम मोर्चा पर सन्देहवाहक का काम किया कारपोरल बनाऔर बहादुरी के लिए उसने कुछ तमगे भी हासिल किए।

जर्मन सेना की पराजय ने तो उसे हिला दिया था।लेकिन वर्षाय की संधि ने तो उसे आग बबूला ही कर दिया।1919 में उसने जर्मन वर्कर्स पार्टी की सदस्यता ले ली।1923 में हिटलर ने बवेरिया पर कब्जा करने बर्लिन पर चढ़ाई करने और सत्ता पर कब्जा कर लिया।30 जनवरी 1933 को राष्ट्रपति हिंदीनबर्ग ने हिटलर को चांसलर का पद भार संभालने का न्योता दिया।यह मंत्रिमंडल में सर्वाधिक शक्तिशाली पद था।1940 के अंत मे हिटलर अपनी ताकत के शिखर पर था।

1941 में उसने सोवियत संघ पर हमला किया।यह हिटलर की ऐतिहासिक बेवकूफी थी।इस आक्रमण से जर्मन पश्चिम मोर्चा ब्रिटिश वायुसैनिक के बमबारी की चपेट में आ गया।जबकि पूर्वी मोर्चे पर सोवियत सेनाएं जर्मनों के नाकों चने चबवा दिए।प्रथम विश्व युद्ध मे जर्मनी ,जापान,इटली एक तरफ थे तथा दूसरी तरफ मित्र राष्ट्र थे (फ्रांस,रूस ,ब्रिटेन ) जर्मनी के आगे मित्र राष्ट्र गुटने टेकने लगे । तब अमेरिका के लिए जर्मनी वाले खतरा बनते उसके पहले ही अमेरिका मित्र राष्ट्र में 1941 में शामिल हो गया।

अब मित्र राष्ट्रों की बहुत बढ़ गयी।फिर भी जर्मनी वाले इन पर भारी पड़ने लगे ।लेकिन इस युद्ध से अमेरिका को बहुत हानि हुई उसने गुस्से में आकर 1945 को जापान के हिरोशिमा में छोटा बॉय नाम का एक बम गिरा दिया।इससे जर्मनी ने मित्र राष्ट्रों के सामने समर्पण कर दिया।हिटलर को अंदाजा हो चुका था।कि अब उसकी लड़ाई का क्या हश्र होने वाला है।इसलिए हिटलर और उसके प्रचार मंत्री ग्योबल्स ने बर्लिन के एक बंकर में पूरे परिवार के साथ अप्रैल में आत्महत्या कर ली थी।।

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