जानिए कैसे किसी को अपनी जिंदगी से पूरी तरह से निकाले

जब हम किसी व्यक्ति को इग्नोर करते है या उसे मैसेज या कॉल पर बात नही करेंगे तो हम उसे अपनी जिंदगी निकाल देंगे। लेकिन होता इसका उल्टा हैं। ऐसा करने से हम सिर्फ उसी व्यक्ति के बारे सोचते रहते है। हमारा सारा ध्यान उसी पर रहता हैं। अब आप ही कहो की ऐसा करने से किसका नुकसान हुआ आपका या उसका। आपका क्योंकि अगर आप उसके बारे ज्यादा सोचोगे तो आप अपने बाकि कामो पर ध्यान नही दे पाओगे और उसे ढंग से पूरा नही कर पाओगे।

तो फिर क्या करे।

आपको ज्यादा कुछ नही करना, जब आपको लगे की सामने वाला आपमें पहले की तरह तरह रूचि नही ले रहा तो सबसे पहले उससे व्यक्ति से बिलकुल वैसे ही बात करे जैसे आप किसी अनजान व्यक्ति से बात करते हैं। गुड मॉर्निंग और गुड नाईट वाले ही मैसेज करे और इससे आगे तभी बाते करे जब जो खुद आपको मैसेज करे। हमारा दिमाग उस व्यक्ति के बारे में ज्यादा सोचता हैं जिसके बारे में ज्यादा बात करते हैं और हमारा दिमाग भी बच्चो की करता है जैसे हम किसी बच्चे को कहते है कि ये काम मत करना तो वो उसी काम को ही करता है। वैसे ही जैसे ही हमारे दिमाग को ये पता चलता है कि हम किसी फलाने या फलानी को भूलना चाहते हैं तो वो उसी के बारे में ज्यादा सोचने लगता है तभी हम ब्रेकअप के बाद भी फलाना या फलानी को आसानी से भुला नही पाते या कभी भी तो भुला भी नही पाते। हम अगर किसी के बारे में ज्यादा सोचेंगे ही नही तो फिर हम उस व्यक्ति को आने 50 से 60 दिनों में ही आसानी से भूल जाएंगे।

अब तो आप समझ गए होंगे की आपको क्या करना हैं। जितना किसी से भागोगे उसके उतने ही उतना ही करीब हो जाओगे और जितना नार्मल रहोगे उससे उतनी आसानी से दूर रह पाओगे। साधरण शब्दो में कहु तो ऐसे इंसान बनो जिसके लिए किसी व्यक्ति का होना या न होना एक बात हैं। कर्मयोग के सिद्धांत को अपनाकर ही आप अपने जीवन में खुशी और शांति दोनों ला सकते हो।

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