जानिए क्या सच में “दोस्ती” फिल्म के हीरो की हत्या हुई थी?

अपने जमाने की सुपरहिट फिल्मों में से एक फिल्म थी ‘दोस्ती’| यह फिल्म सन 1964 में रिलीज हुई थी | इस फिल्म ने खूब वाहवाही बटोरी|

शायद इसीलिए आजकल लोगों में यह अफवाह फैलाया जा रहा है कि इस फिल्म के दोनों हीरोज की हत्या कर दी गई थी | आपको बता दें किस फिल्म में अंधे लड़के का किरदार सुधीर कुमार सावंत ने तथा अपाहिज लड़के का किरदार सुशील कुमार सोमाया ने निभाया था | सुधीर कुमार ने मोहन(अन्धा दिव्यांग) सुशील कुमार ने रामू (पैरों से दिव्यांग) का किरदार निभाया था|

हालांकि इस फिल्म के बाद दोनों ने कोई खास काम नहीं किया इसलिए यह दोनों फिल्म इंडस्ट्री से लगभग गायब ही हो गये जिससे लोगों ने अफवाह फैलानी शुरू कर दी की उनकी हत्या कर दी गयी| एक ही खबर और भी फैली थी कि दोनों कलाकारों की मृत्यु एक कार एक्सीडेंट में हो गई और इसके पीछे उस जमाने के मशहूर कलाकार दिलीप कुमार का हाथ है जोकि पूरी तरीके से गलत था|

सुशील कुमार(रामू) आज भी जीवित है और मुंबई के नवजीवन सोसाइटी में रहते हैं| इन्होंने दोस्ती फिल्म के बाद साउथ की फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था| क्योंकि इनकी जोड़ी काफी सुपरहिट हुई थी इसलिए हर निर्माता इन्हें एक साथ ही लेना चाहता था और इनके साउथ में जाने के कारण सुधीर कुमार को भी काम मिलना बंद हो गया और फिर सुशील कुमार भी 1971 से 2003 तक एयर इंडिया में काम किया और रिटायर होने के बाद अब मुंबई में ही रहते हैं|

वही सुधीर कुमार की मृत्यु 2003 में कैंसर के कारण हो गई थी| 1993 के दंगों के समय इनके गले में कुछ अंदरूनी चोट लग गई थी| और दंगों के समय कर्फ्यू होने के कारण इनका समय पर इलाज ना हो सका| जिसके कारण यह चोट कैंसर का रोग बन गया| और काफी लंबे समय के इलाज के बाद वर्ष 2003 में यह कलाकार दुनिया से अलविदा लेकर एक दूसरी दुनिया में जा बसा|

इस मूवी का निर्देशन सत्येन बोस ने किया था| इस मूवी ने बॉक्स ऑफिस पर दो करोड़ का कलेक्शन किया था जो कि उस समय की सुपर हिट का रिकॉर्ड थी| यह मूवी सन 1964 की तीसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी| इस मूवी ने बेस्ट फिल्म के साथ 6 फिल्म फेयर अवार्ड जीते हालांकि बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड सत्यन बोस ना पा सके| इस मूवी के लिए मोहम्मद रफी को बेस्ट सिंगर का अवार्ड मिला| फिल्म 6 नवंबर 1964 को रिलीज हुई थी| फिल्म चौथे मास्को इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी शामिल हुई थी जोकि हम भारतीयों के लिए गर्व की बात है|

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