जानिए क्या सैनिटाइजर के साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं?

लोगों के मन में यह डर है कि कोरोना वायरस का खतरा हैंड सैनिटाइजर के इस्तेमाल से बढ़ सकता है। लोगों को लगता है कि हैंड सैनिटाइजर के असर की वजह से हमारे हाथ की त्वचा का पीएच लेवल बिगड़ जाता है और उससे धीरे-धीरे हाथों की त्वचा रूखी हो जाती है और उसमें दरारें आने लगती हैं। जिससे हाथों में कीटाणुओं के रहने की संभावना ज्यादा हो जाती है।

अभी तक ऐसा कोई प्रमाण या सबूत नहीं मिला है कि पीएच लेवल बिगड़ जाने से कोरोना वायरस का त्वचा के संपर्क में आने का खतरा ज्यादा हो जाता है।

वहीं, एक्सपर्ट के मुताबिक अगर आपको फिर भी कोई चिंता है, तो सैनिटाइजर के असर को कम करने के लिए हाथों पर मॉश्चराइजर का इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे हाथों का रुखापन कम हो जाता है।

कोरोना वायरस से बचने का सबसे प्रभावशाली तरीका साबुन और पानी से अच्छी तरह हाथ धोना है। लेकिन, अगर आपके पास पानी और साबुन उपलब्ध नहीं है, इसलिए आप एल्कोहॉल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसलिए, कोशिश करें कि आप साबुन अथवा लिक्विड सोप और पानी से अच्छी तरह कम से कम 20 सेकेंड तक हाथ धोयें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *