जानिए देश के इन 5 प्राचीन गुफाओं के राज

1.भीमबेटका रॉक शेल्टर

मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में रतापानी वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के अंदर भीमबेटका गुफाएं हैं। ये गुफाएं पाषाण काल की बनी हुई हैं। गुफा की दीवारों पर इंसान और जानवरों की पेंटिंग उकेरी गई हैं। मानव सभ्यता की ये सबसे पुराने चिह्नों में से एक हैं। ये एक आर्कियोलॉजिकल साइट है। 2003 में इसे वर्ल्ड हैरिटेज साइट घोषित कर दिया गया था।

2.अराकू वैली –

विलियम किंग जॉर्ज ने 1807 में आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम जिले में अराकू वैली के पास अनंतगिरी की पहाडि़यों में खोजी थी। यहां कार्स्टिक चूना पत्थर से बनी हुई सबसे गहरी गुफा है। इसकी गहराई 80 मीटर है। ये भारत की सबसे गहरी गुफाओं में से एक है।

3- अमरनाथ गुफा

अमरनाथ गुफा भारतीय आस्था का केंद्र है। यहां बर्फ से भगवान के शिवलिंग का निर्माण होता है। हजारों की संख्या में भक्त यहां आते हैं। ये भारत के सबसे पूज्यनीय तीर्थ स्थलों में से एक है। जम्मू कश्मीर में बनी यह गुफा हिमालय की पहाडि़यों से घिरी हुई है। ये गुफा ज्यादातर बर्फ से ढकी रहती है।

4- अंडावल्ली गुफा

यह गुफा प्रचीन काल का सबसे बेहतरीन नमूना है। इसे विश्वकर्मा स्थापथीस कहा जाता है। आंध्र प्रदेश में यह गुफा विजयवाड़ा से सिर्फ 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इन गुफाएं चौथी-पांचवी शताब्दी की प्रतीत होती हैं। यह गुफाएं पत्थरों से निर्मित हैं। ये गुफा बात का प्रमाण है कि कितने बुद्धिस्ट आर्ट फैक्ट और स्तूफ हिन्दू मंदिरों में तब्दील हो गए। यह एक जैन गुफा थी। यह उदयगिरि और खांडगिरि के आर्कीटेक्चर का नमूना है। इसमें से प्रमुख गुफा गुप्त काल के आर्कीटेक्चर का नमूना है।

5- वैष्णो देवी

जम्मू कश्मीर में स्थित वैष्णो देवी मंदिर भारत की सबसे प्रचीन गुफाओं में से एक है। ये प्रमुख हिन्दू मंदिरों और शक्ति के 52 पीठों में से एक है। यह त्रिकूट पहाडि़यों पर स्थित है। यहां हर साल लाखों की संख्या में भक्त आते हैं। भक्तों में वैष्णो देवी के लिए अपार श्रद्धा है।

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